Feb 03, 2023
जो लोग अपने को प्रभावशाली समझते हैं और सरकार की जमीन लौटाने में आनाकानी कर रहे थे, हाल ही में उनकी संपत्तियों की बाहरी दीवारों को ध्वस्त कर दिया गया। बताया जा रहा है कि अब तक 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की सरकारी जमीन पर से कब्जा छुड़ाया जा चुका है।
कश्मीर घाटी में इस समय अतिक्रमण रोधी अभियान चल रहा है जिसका स्थानीय लोग विरोध भी कर रहे हैं। सरकारी जमीन पर वर्षों से कब्जा जमाये लोगों को हटाने के अभियान में स्थानीय प्रशासन को लोगों का विरोध भी झेलना पड़ रहा है लेकिन प्रशासन का रुख सख्त बना हुआ है। सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए तोड़फोड़ अभियान भी तेजी से चल रहा है। कश्मीर घाटी में अब तक तीन प्रमुख राजनीतिज्ञों और दो व्यापारिक परिवारों से भी वो जमीन वापस ली गयी है जिस पर उन्होंने अतिक्रमण या अवैध कब्जा किया हुआ था। जो लोग अपने को प्रभावशाली समझते हैं और सरकार की जमीन लौटाने में आनाकानी कर रहे थे, हाल ही में उनकी संपत्तियों की बाहरी दीवारों को ध्वस्त कर दिया गया। बताया जा रहा है कि अब तक 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की सरकारी जमीन पर से कब्जा छुड़ाया जा चुका है।
इस बीच, कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने दावा किया है कि अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में कोई पारदर्शिता नहीं है। संगठन ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन से अपने आश्वासन पर स्पष्ट आदेश जारी करने का आग्रह किया है कि आम दुकानदारों को नहीं हटाया जाएगा। केसीसीआई के अध्यक्ष शेख आशिक ने संवाददाताओं को बताया, “अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में कोई पारदर्शिता नहीं है।” उन्होंने कहा कि हम यहां भू-माफिया का बचाव करने के लिए नहीं हैं, लेकिन यह स्पष्ट होना चाहिए कि अतिक्रमणकर्ता कौन है। उन्होंने कहा कि कई लोगों के पास वैध राजस्व दस्तावेज हैं लेकिन उन्हें अतिक्रमणकारियों के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। उन्होंने कहा, “सरकार को समस्या का समाधान करना चाहिए। जिन लोगों के पास कुछ दिन पहले तक पट्टे के वैध दस्तावेज थे, वे अब अवैध कब्जेदार हैं। पूरे मामले में अराजकता और भ्रम की स्थिति है।” प्रभासाक्षी संवाददाता ने केसीसीआई के लोगों से बातचीत की तो सभी ने उपराज्यपाल से स्पष्ट आदेश जारी करने की मांग की।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर भाजपा नेता अल्ताफ ठाकुर ने कहा है कि “बाबा का बुलडोजर” सरकारी जमीन पर प्रभावशाली लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाएगा, लेकिन गरीब लोगों को परेशान नहीं करेगा। अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि “बाबा का बुलडोजर’ अपना काम करेगा, भले ही वह अली मोहम्मद सागर (नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव), फारूक अब्दुल्ला (पूर्व मुख्यमंत्री) या मुजफ्फर शाह (अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष) के खिलाफ क्यों न हो। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल ने साफ कर दिया है कि आम लोगों को छुआ नहीं जाएगा, केवल प्रभावशाली भूमि हड़पने वालों को निशाना बनाया जाएगा। हम आपको बता दें कि अल्ताफ ठाकुर अतिक्रमण हटाने के अभियान की राजनीतिक दलों द्वारा की गयी आलोचना का जवाब दे रहे थे। राजनीतिक दलों ने भाजपा के “व्यक्तिगत प्रतिशोध” में संलग्न होने की बात कही थी।