एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी
गोंदिया। वैश्विक स्तर पर भारत दुनियाँ का सबसे बड़ा एक ऐसा लोकतंत्र है,जहां करीब करीब वर्ष भर चुनावी महापर्व लगा रहता है, चाहे लोकसभा विधानसभा स्थानी य निकाय चुनाव हो या फिर उपचुनाव जिसमें भारी आ र्थिक लागत के बीच आचार संहिता भी! कुल मिलाकर बोझ जनता पर ही पड़ता है, इसीलिए भारत सरकार को कमेटी द्वारा दिए गए सुझाव एक भारत एक चुनाव को लागू करना समय की मांग है। अभी झारखंड में दो चरणों 13 व 20 तथा महाराष्ट्र में एक चरण 20 नवंबर 2024 को विधानसभा चुनाव है जि समें झारखंड में 11 नवंबर 2024 को शाम चुनाव प्रचार थम गया है, परंतु महाराष्ट्र में चुनावी शाब्दिक बाणों की जंग बहुत तेजी से जोरदार तरीके से बढ़ती जा रही है। पीएम से लेकर प्रदेशों केसी एम व गृहमंत्री के धड़ाधड़ दौर चालू हैं। मेरी पूरी नजर मीडिया के माध्यम से महा राष्ट्र चुनाव पर लगी हुई है। एक ओर जहां यूपी सीएम व पीएम के नारों, बाटोगे तो कटोगे एक है तो नेक हैं,नें डेरा जमाए हुए हैं, तो दूसरी ओर उलेमा संगठन द्वारा लिखी 17 मांगों वाली चिट्ठी ने भी खलबली मचा दी है, तो वहीं यूपी सीएम पर वस्त्रा स्त्र के बांण चलाए जा रहे हैं,तो ऐसा लग रहा है,मानों पूरे भारत के शाब्दिक बांण महाराष्ट्र में छोड़े गए हैं। हर पार्टी के शीर्ष नेता महाराष्ट्र दौरे पर है, मानो महाराष्ट्र जीता तो विश्व जीतें।रविवार दिनांक 10 नवंबर 2024 का दिन जनता के ऊपर चुनावी वादों की बारिश का रहा, जिस पर दिन भर मेरी पूरी नजर रही। महायुतीयांने भाजपा व महा आघाड़ी द्वारा घोषि त चुनावी घोषणा पत्रों पर हो रही सोशल मीडिया व टीवी चैनलों पर डिबेट जो देररात तक होती रही, जिससे 17 मागों वाला चिट्ठी का मुद्दा दब गया और देररात तक मैं इस विषयपर रिसर्च कर यह आर्टिकल तैयार किया। चूँकि महाराष्ट्र में महायुती व महा आघाड़ी के घोषणा पत्रों में जनता के लिए वादों की बरसात की गई इसलिए हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिक ल के माध्यम से चर्चा करेंगे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर 2024-संकल्पपत्र बनाम महाराष्ट्रनामा।
साथियों बात अगर हम 10 नवंबर 2024 को महायुती (भाजपा) व महाविकास आघा ड़ी द्वारा जारी घोषणा पत्रों की करें तो, एमवीए और सत्ता रूढ़ महायुति ने आगामी महा राष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 24 के लिए अपने घोषणापत्र जारी कर दिए। घोषणापत्र सार्वजनिक किए जाने के सम य दोनों गठबंधनों के दिग्गज नेता मौजूद रहे। महायुति का घोषणापत्र केंद्रीय गृह मंत्री ने जारी किया, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष ने गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में एम वीए घोषणापत्र जारी किया। दोनों घोषणापत्रों में महाराष्ट्र के समाज के विभिन्न वर्गों को शामिल करने की कोशि श की गई है। सत्तारूढ़ गठ बंधन ने महिलाओं को 2100 रुपये प्रति माह देने का वादा किया है, महायुति ने 2027 तक 50 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का वादा भी किया है। इसके अलावा गठबंधन ने रिवाॅल्विंग फंड में 1000 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने का वादा किया है। वहीं, एमवीए ने महिलाओं के लिए महालक्ष्मी योजना शुरू करने का वादा किया है, जि सके तहत महिलाओं को 30 00 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता दी जाएगी। इतना ही नहीं विपक्षी गठबंधन ने महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा का भी वादा किया है। महायुति ने राज्य के किसानों से 15 हजार रुपये तक का कर्ज माफ करने का वादा किया हैसत्तारूढ़ गठबंधन ने कृषि उपज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 20 प्रतिशत सब्सिडी देने का भी वादा किया है। इसने बिजली बिलों में कमी का भी वादा किया है।दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन ने समय पर अपना कर्ज चुकाने वाले किसानों को 50 हजार रुपये देने का वादा किया है। महा युति ने10 लाख छात्रों को 10 हजार रुपये का वजीफा देने का वादा किया गया है। महायुति ने कहा है कि वह उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए राज्य के प्रत्येक जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज आकांक्षा केंद्र बनाएगी। इस के अलावा महायुति ने राज्य में कौशल जनगणना कराने का भी वादा किया है। उधर, एम वीए ने राज्य के हर एक छात्र को 4000 रुपये वजीफा देने की घोषणा करके युवा ओं को आकर्षित करने की कोशिश की है। राज्य में सत्ता रूढ़ गठबंधन ने कहा है कि वह विवेकानंद युवा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करेगी और युवाओं के लिए वार्षिक स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करेगी। महा युति ने कहा है कि वह वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक आधा र एनेबल सर्विस नीति शुरू करेगी, साथ ही उनके लिए डेडिकेटेड आउट-पेशेंट विभा ग भी चलाएगी, वहीं, एमवीए ने राज्य में 25 लाख रुपये की हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम शुरू करने का वादा किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह योजना राजस्थान के पूर्व सीएम द्वारा अपने राज्य में शुरू की गई योजना के समा न होगी। गठबंधन ने मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराने का भी वादा किया। महायुति ने कहा कि वह वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली पेंशन को 21,500 रुपये से बढ़ाकर 82,100 रुपये करेगी, जबकि एमवीए ने बुजुर्गों को पेंशन के मामले को विशेष रूप से संबोधित नहीं किया है। सत्ता रूढ़ गठबंधन ने अपने घोषणा पत्र में जाति जनगणना का उल्लेख नहीं किया है और न ही इसके बारे में कोई वादा किया है, हालांकि, महायुति ने कहा है कि वह एससी, एसटी और ओबीसी कैटेगरी के लोगों को 15 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त कर्ज देगी।वहीं, एमवीए ने घोषणा की है कि अगर वह सत्ता में आती है, तो वह राज्य में जाति जन गणना कराएगी और आरक्षण पर 50प्रतिशत की सीमा भी हटा देगी।
साथियों बात अगर हम भाजपा द्वारा जारी संकल्प पत्र की प्रमुख घोषणाओं की करें तोबीजेपी के घोषणा पत्र की मुख्य बातें –
(1) लाडली बहनों को हर महीने 2100 रुपये दिए जाएंगे और प्रशिक्षण भी दिया जाएगा 25000 महिलाओं को पुलिस बल में शामिल किया जाएगा
(2) किसानों की कर्ज माफी दी जाएगी
(3) हर गरीब को भोजन और आश्रय दिया जाएगा
(4) वृद्धावस्था पेंशन धा रकों को 2100 रुपये दिए जाएंगे
(5) महाराष्ट्र के सभी परिवारों को बाजार के उतार- चढ़ाव से बचाने के लिए राज्य में आवश्यक वस्तुओं की की मतें स्थिर रखी जाएंगी
(6) आने वाले समय में 25 लाख रोजगार सृजन और 10 लाख विद्यार्थियों को प्रति माह 10,000 रुपये का स्टाइ पेंड दिया जाएगा
(7) राज्य के ग्रामीण इला कों के 45,000 गांवों में पंधान स्टेशन स्थापित किए जाएंगे
(8) वित्तीय सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए आंगनवाड़ी और आशा सेवकों को प्रति माह 15,00 0 रुपये का वेतन और बीमा कवर प्रदान किया जाएगा (9) बिजली बिलों में 30ः की क मी कर सौर और नवीकरणी य ऊर्जा पर जोर दिया जाएगा
(10) सरकार बनने के 100 दिन के अंदर विजन महाराष्ट्र /2029 पेश किया जाएगा
(12) महाराष्ट्र को प्रौद्यो गिकी, विनिर्माण और नवाचा र के मामले में वैश्विक केंद्र बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे
(13) व्यापक गतिविधियों के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
(14) वर्ष 2027 तक महा राष्ट्र में 50 लाख लखपति दीदी तैयार की जाएगी (15) अक्षय अन्न योजना के तहत निम्न आय वर्ग के परिवारों को हर महीने मुफ्त राशन उप लब्ध कराया जाएगा जिसमें चावल, ज्वार, मूंगफली का तेल, नमक, चीनी, हल्दी, सर सों, जीरा और लाल मिर्च पा उडर शामिल होगा
(16) सभी सरकारी स्कूलों में रोबोटिक्स और एआई सी खने के अवसर प्रदान करने के लिए मराठी-अटल टिंक रिंग लैब्स योजना शुरू की जाएगी
(17) उद्योग की जरूरतों के अनुसार कौशल की कमी का विश्लेषण करने और उस के आधार पर उपलब्ध कुशल जनशक्ति प्रदान करने और आवश्यकतानुसार नई कुशल जनशक्ति की योजना बना ने के लिए महाराष्ट्र में एक कौशल जनगणना आयोजित की जाएगी
(18) महाराष्ट्र के हर जिले में छत्रपति शिवाजी महा राज आकांक्षा केंद्र स्थापित किया जाएगा, जिसके माध्यम से 10 लाख नए उद्यमी तैयार किए जाएंगे
(19) अनुसूचित जाति जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के उद्यमियों को व्यवसाय वृद्धि के लिए 115 लाख तक का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा
(20) ओबीसी, एसईबीसी ईडब्ल्यूएस, एनटी, वीजेएनटी के योग्य छात्रों को ट्यूशन शुल्क और परीक्षा शुल्क की प्रतिपूर्ति की जाएगी
(21) 18 से 35 वर्ष के युवाओं की वार्षिक स्वास्थ्य जांच के लिए स्वामी विवेका नंद युवा आरोग्य आरोग्य कार्ड (वुथ हेल्थ कार्ड)
(22) लाॅन्च किया जाएगा और नशा मुक्त महाराष्ट्र के लिए स्थायी योजना लागू की जाएगी
(23) वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता सिद्धांत को अप नाया जाएगा
(24) जबरन और धोखा धड़ी से धर्मांतरण कराने के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाएगा
(25) बाघ, तेंदुआ, हाथी, गैंडा, जंगली सूअर और बंदर जैसे जंगली जानवरों से होने वाली जान-माल की हानि को रोकने के लिए एआई तक नीक और ड्रोन का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाएगा।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव 20 नवंबर 2024 -संकल्प पत्र बनाम महाराष्ट्र नामा। महाराष्ट्र में महायुती व महाविकास आघाड़ी के घोषणा पत्रों में जनता के लिए वादों की बरसात!
महाराष्ट्र चुनावी पिच पर दोनों पक्षों के शाब्दिक बाणों के बाउंसर के बीच 17 मांगों वाली चिट्ठी की पोल खोल अब घोषणापत्रों की बोलाबोल।
महाराष्ट्र की चुनावी पिच पर दोनों पक्षों के शाब्दिक बाणों के बाउंसर के बीच 17 मांगों वाली चिट्ठी की पोलखोल, अब घोषणापत्रों की बोलाबोल
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