(मो0 रिजवान) प्रयाग राज। प्रयागराज में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद तेजतर्रार आईपीएस में शामिल 1999 बैच के रमित शर्मा को प्रयागराज को पहला पुलिस आयुक्त (कमिश्नर) बनाया गया है। इनकी इस पदस्थापना के बाद लोगो के बीच इनकी कार्यप्रणाली काफी चर्चा में है। बीते 1 दिसम्बर बृहस्पतिवार को देर रात प्रयागराज पहुंचे रमित शर्मा शुक्रवार 2 दिसम्बर की सुबह कार्यालय पहुंचकर कार्यभार ग्रहण करते ही नए पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने विधिवत अपना कामकाज शुरू कर दिया और मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। साथ ही पुलिस कार्यालय में जन सुनवाई के दौरान फरियादियों की शिकायतें सुनी तथा निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। वहीं दोपहर के 2 बजे पुलिस लाइन स्थित त्रिवेणी सभागार में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए नवनियुक्त पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने अपनी प्राथमिकताओं से अवगत कराते हुए कहा शासन की प्राथमिकता हमारी प्राथ- मिकता रहेगी, अपराध- भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति रहें। जनता को बेहतर सुनवाई और उनके मन में एक विश्वास रहे कि पुलिस उनकी सेवा व सहयोग के लिए है। साथ ही अपराधियों को संदेश देते हुए कहा अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी, अपराधियों के मन में पुलिस का भय हो, पुलिस उनके प्रति कठोरतम कार्रवाई करेगी। जनसुनवाई के मामले को ध्यान में रखते हुए नए पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि कमिश्नरेट प्रणाली में जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए ज्यादा अधिकारियों की नियुक्ति होगी जो डीएसपी (जिला प्रभारी) लेवल के अधिकारी होंगे जिससे जनता को बेहतर लाभ मिलेगा।
जानकारी के अनुसार मूल रूप से हापुड़ के रहने वाले रमित शर्मा 1999 बैच के आईपीएस अफसर है। चार वर्ष तक प्रयागराज के आईजी रह चुके है। उन्हें प्रयागराज आईजी क्षेत्र में अपने सख्त कार्य के लिए जाना जाता हैं। वह वर्तमान समय बरेली रेंज के आईजी थे। रमित शर्मा को इस कार्यकाल में जनपद में बिताए हुए उस अनुभव का लाभ मिलेगा।
नए पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने अपराधियों को दिया सख्त निर्देश
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