(अनुराग सोनी)
महराजगंज रायबरेली। पुण्य त्योहार पर प्रधानाचार्य कमल वाजपेई ने बच्चांे को बताया कि आज के दिन विनाशकारी त्रिपुरासुर का बध शिव ने लोक कल्याण हेतु किया। इससे वह त्रिपुरारी कहलाये। आज के दिन विष्णु का मत्स्य अवतार तथा वृंदा (तुलसी) का मूर्त रूप, कार्तिकेय का जन्म भी हुआ था। मानवता का पाठ पढ़ाने वाले नानक देव जी का दिव्य ज्ञान, दर्शन, ब्रह्माण्ड, आकाश गंगा के विषय में दिया ज्ञान वर्षो पूर्व से मानवता को आलोकित कर रहा है। 30,000 कि0मी0 की यात्रा कर आपने खुशी, संतोष बांटकर परमात्मा से जुड़ने का आग्रह किया। आपने कहा भौतिक जीवन झूठ है मृत्यु ही सत्य है। महिलाओं के सम्मान मंे कहा कि जीवन ईश्वर या फिर महिला ही दे सकती है। सच्चा सौदा, लंगरसेवा, ऐसी शिक्षा थी जिसे सारे संसार में पालन किया जा रहा है।
महावीर स्टडी इस्टेट मे पवित्र कार्तिक पूर्णिमा एवं प्रकाशवर्ष मनाया गया
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