(बीके सिंह) सीतापुर। कुदरत के कहर से आहत किसानों के लिए जिला प्रशासन अपना कहर बरसाने से बाज नहीं आ रहा? धान फसल के लिए अपने खून पसीने की कमाई से समय पर बरसात न होने पर, केंद्र सरकार द्वारा प्रतिदिन बढ़ती डीजल कीमत अदा कर, तैयार फसल को चार पांच दिन की लगातार बारिश ने तबाह कर खेतों में ही दोबारा उगा दिया है और अब उस फसल के बचे कुछ अंश के लिए, शासन द्वारा कंपाइन से काटने पर नए आदेश जारी किए जा रहे हैं। हार्वेस्टर के बिना धान काटने पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही उपरोक्त आदेश की अवहेलना करने पर मुकदमे के साथ जुर्माने का फरमान जारी किया है। बंद एसी कमरों धरातल की वास्त- विकता से अलग जारी इस तरह के आदेशों की किसान मंच घोर निन्दा करता है। किसान मंच राष्ट्रीय सचिव/ प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश सिंह के साथ सिक्ख संगठन जिला अध्यक्ष/प्रदेश उपाध्यक्ष किसान मंच गुरुपाल सिंह व प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ अल्पना सिंह ने जारी संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कही है। किसान नेताओं ने कहा कि विगत सप्ताह में लगातार बारिश से सिर्फ धान ही नहीं तिल्ली, उरद की फसल तबाही के साथ खेतों में जमीन पर फैल चुके गन्ने की फसल को देखकर रोने के लिए विवश किसानों के लिए प्रदेश सरकार वर्तमान की भीगी मिट्टी पर कुछ प्रतिशत बची धान की फसल को नष्ट करने के लिए आमादा है। नष्ट हो चुकी धान सहित अन्य फसलों की पराली जलानें पर अलग से मुकदमा और जुर्माना शासन द्वारा किसानों पर ठोकने की धमकियां दी जा रही है। उपरोक्त समस्याओं से निजात के लिए किसान मंच शासन और प्रशासन से मांग करता है, अन्यथा की स्थिति में सभी किसान संगठनों से एकजुट होकर आंदोलन की गुजारिश करता है।
किसानों के लिए जिला प्रशासन जारी कर रहा तुगलकी फरमान -शिव प्रकाश सिंह
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