पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के एक आयोजक द्वारा अपने पंडाल में मां दुर्गा के साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी प्रतिमा लगाने का फैसला किया गया है जिसके बाद अब विवाद बढ़ता जा रहा है। भाजपा लगातार ममता बनर्जी पर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा रही है।
पश्चिम बंगाल में एक बार फिर से दुर्गा पूजा को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। लेकिन इस बार मामला कुछ और है। दरअसल, पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के एक आयोजक द्वारा अपने पंडाल में मां दुर्गा के साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी प्रतिमा लगाने का फैसला किया गया है जिसके बाद अब विवाद बढ़ता जा रहा है। भाजपा लगातार ममता बनर्जी पर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा रही है। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा कि जब कोई केवल आपको खुश करने के लिए आपको भगवान के समान बताने की कोशिश करता है और आपकी चुप्पी सहमति का इशारा करती है तो इसका मतलब है कि आपका अहंकार ऐसे स्तर तक पहुंच गया है, जहां विवेक इसकी जवाबदेही नहीं ठहरा सकता।
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि मेरा मानना घ्घ्है कि बंगाल की शान मां दुर्गा की किसी अन्य रूप में पूजा करना ठीक नहीं है। बंगाल के लोगों की भावनाओं को बार-बार आहत करते हुए खुद को धर्मनिरपेक्ष कहना उचित नहीं है। इससे पहले पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘‘बंगाल में चुनाव के बाद जघन्य हिंसा के बाद ममता बनर्जी को देवी सदृश्य दिखाना घृणा पैदा करने वाला है क्योंकि उनके हाथ निर्दोष बंगालियों के खून से सने हैं। यह देवी दुर्गा का अपमान है। ममता बनर्जी को इसे रोकना चाहिए। वह बंगाल के हिंदुओं की भावनाओं को आहत कर रही हैं।’’
आपको बता दें कि प्रसिद्ध मूर्तिकार मिंटू पाल अपने कुमारतुली स्टूडियो में फाइबरग्लास की मूर्ति बना रहे हैं, जिसमें ‘‘देवी’’ को तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो की पसंदीदा सफेद रंग की तांत की साड़ी पहनायी गयी है और साथ ही उनकी पहचान बन चुकी फ्लिप-फ्लॉप चप्पल पहनायी गयी है। पाल ने कहा कि मैंने माननीय मुख्यमंत्री की तस्वीरों और वीडियो को देखा। मूर्ति का चेहरा बनाते हुए यह देखा कि वह किस तरीके से चलती, बोलती और लोगों से बातचीत करती हैं।
दुर्गा पूजा के पंडाल में लगेगी ममता की 10 हाथ वाली प्रतिमा
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