मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की उद्योग समर्थकीय नीतियाँ, उद्योग एवं कारोबार के लिए रचनात्मक और अनुकूल माहौल के कारण पिछले चार सालों के दौरान प्राप्त हुए 2900 से अधिक प्रोजैक्टों के प्रस्तावों से राज्य को 91,000 करोड़ रुपए का बड़ा निवेश हासिल हुआ है
यह जानकारी मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने जे.के. पेपर लिमिटेड कंपनी के उप-चेयरमैन और प्रशासनिक निर्देशक श्री हर्ष पति सिंघानिया के नेतृत्व में कंपनी के प्रतिनिधिमंडल के साथ मीटिंग के दौरान साझा की।
प्रतिनिधिमंडल का स्नेहपूर्ण स्वागत करते हुए मुख्य सचिव ने बताया कि लुधियाना की हाई-टैक वैली ने हीरो साईकल्ज़, आदित्या बिरला ग्रुप जैसे बड़े औद्योगिक घरानों को निवेश के लिए आकर्षित किया है और अब जे.के. पेपर लिमिटेड कंपनी भी हाई-टैक वैली के निवेशकों की सूची में शामिल हो गई है। हीरो साईकल्ज़ लिमिटेड पहले ही हाई-टैक वैली में अपना बड़ा यूनिट स्थापित कर चुकी है, जिसकी उत्पादन क्षमता सालाना 4 मिलियन बाई-साईकल्ज़ ख़ासकर ई-बाईक्ज़ और प्रीमियम बाईक्ज़ तैयार करने की है।
उन्होंने बताया कि इसी तरह हाई-टैक वैली में आदित्या बिरला ग्रुप द्वारा तकरीबन 1,000 करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव है, जहाँ इस ग्रुप ने 147 करोड़ रुपए की लागत के साथ 61 एकड़ ज़मीन खऱीदी है। इस ग्रुप की पेंट निर्माण कारोबार शुरू करने की योजना है, जिसके लिए नवीनतम निर्माण प्रौद्यौगिकी और उद्योग 4.0 आधारित मशीनरी लगाई जाएगी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि जे.के. पेपर लिमिटेड बिना किसी देरी के अपने प्रस्तावित प्लांट का निर्माण शुरू कर देगी और 2022 के अंत तक व्यापारिक उत्पादन शुरू हो जाएगा, क्योंकि राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को रचनात्मक बुनियादी ढांचा और अन्य ज़रूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं, जो राज्य में निवेश को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
जि़क्रयोग्य है कि जे.के. पेपर लिमिटेड ने 150 करोड़ रुपए के प्रस्तावित निवेश के साथ कोरूगेटिड पैकेजिंग निर्माण के नए कारोबार में प्रवेश करने के लिए पंजाब को चुना है और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा बुधवार को इस कंपनी को हाई-टैक वैली, लुधियाना में 17 एकड़ ज़मीन अलॉट करने सम्बन्धी पत्र सौंपा गया।
राज्य सरकार के सहयोग और निर्विघ्न सुविधाएं प्रदान करने के लिए धन्यवाद करते हुए श्री सिंघानिया ने कहा कि यह प्रस्तावित यूनिट एक अत्याधुनिक निर्माण सुविधा होगी, जिसके लिए नवीनतम प्रौद्यौगिकी और मशीनरी स्थापित की जाएगी। इस यूनिट में वेस्ट पेपर को कोरूगेटिड पैकेजिंग के उत्पादन के लिए कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
इस दौरान मुख्य सचिव ने राज्य में पेपर निर्माण ईकोसिस्टम विकसित करने के साथ-साथ इसके लिए ज़रुरी कौशल और पराली को कच्चे माल के तौर पर प्रयोग करने की संभावनाएं तलाशने संबंधी भी विचार-विमर्श किया।
इस मीटिंग में इनवैस्ट पंजाब के प्रमुख सचिव श्री हुस्न लाल, सी.ई.ओ. इनवैस्ट पंजाब श्री रजत अग्रवाल और पंजाब लघु उद्योग और निर्यात निगम के प्रशासनिक निर्देशक श्रीमती नीलिमा भी मौजूद थे।