भारत सरकार द्वारा घोषित नई इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण नीति और मेक इन इंडिया के लिए प्रतिबद्व इलेक्ट्रिक कार कंपनियां जरुर सफल होंगी

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एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी – गोंदिया। वैश्विक स्तर पर पूरी दुनियां में भारत की चर्चा एक नहीं अनेकों विषयों को लेकर हो रही है, चाहे वह तकनीकी प्रौद्योगिकी स्वास्थ्य स्पेस इलेक्ट्रिक वाहन नीति विदेश नीति एफटीए तथा वर्त मान में 19 अप्रैल से 1 जून 2024 तक चल रहे चुनावी महोत्सव हो, भारत आज वैश्विक केंद्रबिंदु बन गया है, यही कारण है कि दुनियां के सबसे बड़े अमीरों में से एक और टैक्सिला कंपनी के मालिक एलन मस्क ईवी प्लांट स्टर्लिंग सेवा और वैश्विक मोबाइल ब्राॅडबैंड पर चर्चा के लिए 21-23 अप्रैल को भारत दौरे पर आने वाले थे व मान नीय पीएम से भी मिलने का उनका शेड्यूल था जिसकी जानकारी मीडिया की ओर से आई थी। बीती दिनांक 20 अप्रैल 2024 को एकाएक उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल एक्स पर भारत दौरे का को स्थगित कर सबको चैंका दिया व पहले से दिल्ली में आए अधिकारियों के उत्साह को भी फर्क महसूस हुआ। कुछ जानकारी की मीडिया में दिए दौरा कैंसिल होने के कयासों में चुनाव परिणाम की प्रतीक्षा का अनुमान भी लगाया जा रहा है, हालांकि वर्तमान सरकार ही सत्ता में आएगी यह मेरा मानना है पूर्ण रूप से निश्चित है। परंतु उन्होंने दौरे के स्थगन की वजह अमेरिका में टेक्सला की पह ली तिमाही के काॅन्फ्रेंस काॅल को बताई गई है। चूंकि एलन मस्क की भारत यात्रा टल गई है, जिससे चुनाव परिणाम की प्रतीक्षा का अनुमान लगा या जा रहा है, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जान कारी के सहयोग से इस आ र्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, एलन मस्क के भारत यात्रा टलने से ईवी प्लान स्टर्लिंग सेवा और वैश्विक मोबाइल ब्राॅडबैंड पर चर्चा को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। साथियों बात अगर हम एलन मस्क की भारत यात्रा टलने की करें तो, दुनियां की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के मालिक और विश्व के सबसे अमीर लोगों में से एक एलन मस्क ने अपनी भारत यात्रा को टाल दिया है। वे बीती 21 और 22 अप्रैल को पहली बार भारत आने वाले थे, जिसे फिलहाल उन्होंने स्थगित कर दिया है। इस बात की पुष्टि खुद मस्क ने अपने एक्स पोस्ट के जरिए की है। मस्क ने अपने भारत दौरे को रद्द करने के पीछे का कारण भी बताया है उन्होने एक्स पोस्ट के जरिए दी, पोस्ट किया कि टेस्ला की कुछ बड़ी जिम्मे दारियों की वजह से उन्होंने फिलहाल अपना भारत दौरा टाल दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि वह इस साल के आखिर तक भारत आने के लिए बेहद उत्साहित हैं।
दरअसल एलन मस्क को टेस्ला के निवेशकों के सवा लों का जवाब देने के लिए अमेरिका में उपस्थित रहना जरूरी है। टेस्ला ने हाल ही में तिमाही परिणाम जारी किया है। कंपनी को हालिया महीनों में बिक्री में गिरावट का सामना करना पड़ा है,ऐसे में कंपनी के निवेशक व शेयर धारक परेशान हो रहे हैं। अगर मस्क 21-22 अप्रैल को भारत में रहते तो इन्वेस्टर्स काॅल में उनके लिए मौजूद रहना मुश्किल हो जाता।
गौरतलब है कि एलन मस्क अपने भारत दौरे में टेस्ला के लिए भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और सैटेलाइट कम्युनि केशन जैसे कई योजनाओं का ऐलान करने वाले थे। मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया था कि वह भारत में 25, हजार करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान कर सकते थे, इससे पहले उन्होने 10 अप्रैल को अपने ट्वीट में जानकारी दी थी कि वह पीएम से मिलने के लिए बेहद उत्साहित हैं। मस्क की भारत यात्रा के ऐलान से कुछ दिन पहले ही भारत सरकार एक नई ईवी पाॅलिसी लेकर आई थी। इस पाॅलिसी से देश में विदेशी कंपनियों के लिए ईवी प्लांट लगाना आसान हो गया है।
सरकार ने अपनी नई ईवी पाॅलिसी में उन विदेशी कंपनियों को इंपोर्ट ड्यूटी में छूट देने की बात कही है, जो देश में 500 मिलियन डाॅलर से अधिक का निवेश करेंगी। टेस्ला के अलावा एलन मस्क भारत में स्टारलिंक के प्रवेश के लिए भी लंबे वक्त से कोशिश कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार ने स्टारलिंक को यह आश्वासन दिया है कि वह देश में तीसरी तिमाही तक अपना आॅपरेशन शुरू कर पाएगी। इसके अलावा फरवरी में सरकार ने स्पेस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए एफ डीआई को मंजूरी दी थी। उसके बाद से ही भारत में स्पेस एक्स की एंट्री को लेकर कयास तेज हो गए थे।
साथियों बात अगर हम दौरा रद्द होने के कयासों की करें तो, उन्होने दौरा रद्द होने की साफ वजह नहीं बताई है। इस कारण कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा कि मस्क की यात्रा टेस्ला की पहली तिमा ही के परिणाम के बारे में कुछ सवालों के जवाब देने को अमेरिका में एक काॅन्फ्रेंस काॅल की वजह से टाली गई है। समाचार एजेंसी के अनुसार एलन टेस्ला के तिमा ही नतीजे के बारे में जान कारी देने वाले हैं। स्पेशएक्स के सीईओ एलन मस्क के भारत आने की खबरों से यहां के स्पेस स्टार्टअप काफी उत्साहित थे। वह मस्क से मिलना चाहते थे। भारत के जो स्पेस स्टार्टअप मस्क से मिलने की योजना बना रहे थे, उनमें स्काईरूट एयरोस्पेस, अग्निकुल काॅस्मोस, बेलाट्रिक्स एयरोस्पेस और ध्रुव स्पेस शामिल हैं। बता दें मस्क अक्सर स्पेस एक्स के जरिए स्पेस से जुड़े इनो वेशन करते रहते हैं। हाल में भारत सरकार ने नई इले क्ट्रिक वाहन विनिर्माण नीति की जारी की थी। इसके त हत मेक इन इंडिया के लिए प्रतिबद्ध इलेक्ट्रिक कार कंप नियों को टैक्स में राहत देने की बात कही गई थी। बता दें मस्क की कंपनी टेस्ला इलेक्ट्रिक और ड्राइवरलेस कार निर्माण के लिए फेमस है। सूत्रों ने बताया था कि मस्क भारत में 20-30 अरब डाॅलर के निवेश की घोषणा कर सकते हैं। एक इंटरव्यू में पीएम ने कहा था कि वह एलन मस्क से पहले दो बार मिले हैं। पहली बार साल 2015 में एक फैक्ट्री के दौरे के वक्त और दूसरी बार पिछ ले साल अमेरिका की यात्रा के समय मुलाकात हुई थी। साल 2015 में फैक्ट्री के दौरे को याद करते हुए उन्होंने कहा कि टेस्ला के सीईओ ने उनसे मिलने की अपनी पूर्व -निर्धारित मीटिंग रद्द कर दी थी।
साथियों बात अगर हम एलन मस्क की भारत आने की उत्सुकता की करें तो, अप्रैल में मस्क ने अपने भारत दौरे की पुष्टि की थी। उन्होंने एक्स को लिखा था,भारत में पीएम से मुलाकात के लिए उत्सुक हूं। पिछले साल जून में पीएम की अमेरिका यात्रा के दौरान, मस्क ने उनसे मुला कात की और भारतीय बाजार में टेस्ला के प्रवेश के बारे में आशा व्यक्त करते हुए 2024 में भारत आने के अपने इरादे का उल्लेख किया। उनकी नि योजित यात्रा से यह उम्मीद जगी कि वह अपने उपग्रह संचार उद्यम, स्टारलिंक के साथ-साथ टेस्ला के लिए देश में उपस्थिति स्थापित करने की योजना का अना वरण कर सकते हैं। इसके अलावा, उम्मीदें अधिक थीं कि मस्क टेस्ला के लिए भार त में अपनी विनिर्माण इकाई स्थापित करने की योजना का खुलासा करेंगे, जिसमें संभावित रूप से अरबों डाॅलर का निवेश शामिल होगा, और भारतीय बाजार में टेस्ला इले क्ट्रिक कारों की शीघ्र शुरूआ त के लिए रोडमैप पर चर्चा करेंगे। इसके अतिरिक्त, वि नियामक अनुमोदन लंबित होने तक, उनके भारत में अ पने सैटेलाइट इंटरनेट व्यव साय, स्टारलिंक के लिए अव सर तलाशने की संभावना थी। मस्क ने अतीत में भारत में आयात शुल्क में कटौती का आह्वान किया था ताकि वह देश में टेस्ला कारों को बेचने में सक्षम हो सके।
साथियों बात अगर हम भारत सरकार द्वारा 15 मार्च 2024 को घोषित एक नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति की करें तो,केंद्र सरकार ने देश को इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण में मजबूत बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने देश को इले क्ट्रिक वाहनों के मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित कर ने के लिए एक नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति को मंजूरी दे दी है। नई नीति के तहत अब देश में कंपनियां न्यूनतम 4,150 करोड़ रुपये के निवेश से इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के लिए प्लांट लगा सकती हैं।इसके लिए उन्हें इलेक्ट्रिक वाहनों में कम से कम 25 प्रतिशत स्थानीय रूप से निर्मित कंपोनेंट्स का इस्ते माल करना होगा,जो कंपनि यां इन आवश्यकताओं को पूरा करेंगी, उन्हें 35,000 डाॅलर और उससे अधिक कीमत वाली कारों पर 15 प्रतिशत के कम आयात शुल्क पर प्रति वर्ष 8,000 इलेक्ट्रिक वाहनों को आयात करने की अनुमति दी जाएगी। भारत आयातित कारों पर उनके मूल्य के आ धार पर 70 प्रतिशत या 100 प्रतिशत का कर लगाता है। सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इस कदम से नवीनतम तकनीक तक पहुंच प्रदान करने और ईवी इको सिस्टम को बढ़ाने और मेक इन इंडिया पहल में समर्थन मिलने की उम्मीद है। इम्पोर्ट किए जा सकने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों पर शुल्क छूट वार्षिक पीएलआई प्रोत्साहन (6,484 करोड़ रुपये) या मैन्युफैक्चरिंग कंपनी द्वारा किए गए निवेश, जो भी कम हो, तक सीमित है। मंत्रालय के अनुसार यह नीति भारतीय उपभोक्ताओं को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी तक पहुंच प्रदान करेगी, मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देगी, ईवी निर्माताओं के बीच स्वस्थ प्र तिस्पर्धा को बढ़ावा देकर ई वी इकोसिस्टम को मजबूत करेगी। जिसकी वजह से उच्च उत्पादन मात्रा, पैमाने की अर्थव्यवस्थाएं, उत्पादन लागत में कमी, कच्चे तेल के आयात में कमी, व्यापार घाटे में कमी, खासकर शहरों में वायु प्रदूषण में कमी होगी और स्वास्थ्य और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। वाणिज्य और उद्योग मंत्री द्वारा नई नीति बनाने को ले कर कुछ दिनों पहले ही घोष ण कर दी थी। भारत विदेशी कार निर्माताओं को लाभ पहुं चाने के लिए इलेक्ट्रिक वा हनों पर आयात शुल्क नीति में कोई बदलाव नहीं करेगा। एक इंटरव्यू में उन्होंने ने कहा था कि सरकार किसी एक विशेष कंपनी या उसके हितों के लिए नीति नहीं बनाती है। हर किसी को अपनी मांगें रखने का अधिकार है लेकि न इसका मतलब यह नहीं है कि सरकार आपकी मांग के आधार पर ही फैसला लेगी। वाणिज्य और उद्योग द्वारा यह घोषणा करने के कुछ ही दिनों बाद यह कदम उठाया गया है कि भारत विदेशी कार निर्माताओं को लाभ पहुंचाने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क नीति में कोई बदलाव नहीं करेगा।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि एलन मस्क की भारत यात्रा टली-चुनाव परि णामों की प्रतीक्षा का अनुमान? एलन मस्क की भारत यात्रा टलने से ईवी प्लांट, स्टर्लिंग सेवा औरवैश्विक मो बाइल ब्राॅडबैंड पर चर्चा को लेकर अनिश्चित बनी! भारत सरकार द्वारा घोषित नई इ-लेक्ट्रिक वाहन निर्माण नीति और मेक इन इंडिया के लिए प्रतिबद्ध इलेक्ट्रिक कार कंपनियां जरुर सफल होंगी।

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