(मो0 रिजवान) सदाकत की दो तस्वीर वायरल हो रही है, एक में वह अखिलेश यादव के साथ है तो दूसरी तस्वीर में बीजेपी विधायक के पति के साथ है। बीजेपी का दावा है कि एलएलबी स्टूडेंट सदाकत समाजवादी पार्टी का करीबी है। वहीं सपा ने भी सदाकत की एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें वह बीजेपी विधायक नीलम कावरिया के पति उदय भान कावरिया के साथ है।
प्रयागराज में चली गोली और बम के धमाके प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ लखनऊ के विधानसभा में गूंजी जहां पर नेता सदन के सामने पक्ष विपक्ष के नेता एक दूसरे के ऊपर आरोप- प्रत्यारोप करते रहें वही यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त तेवर में अपराधियों को मिट्टी में मिला देने की बात कही गई। उसी के बाद से यूपी पुलिस पूरी तरह से रात दिन एक कर दी यूपी पुलिस की हर यूनिट प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के मामले को सुलझाने में जुट गई। सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज के आधार पर यूपी पुलिस कई जगह लगातार दबिश देकर लगातार अपराधियों को उठाने का काम कर रही थी तो वहीं घटना से जुड़े तार इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम हास्टल में नजर आए। हास्टल से कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद अगले ही दिन बीते 27 फरवरी की दोपहर यूपी पुलिस ने प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में स्थित नेहरू पार्क के घने जंगल में हत्याकांड से जुड़े एक आरोपी को एनकाउंटर कर मिट्टी में मिलाने का काम किया। उसके बाद यूपी पुलिस ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हास्टल से गिरफ्तार हुए युवक के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि एसटीएफ की टीम ने आरोपी सदाकत खान को हत्या की पूरी साजिश रचने के आरोप में अरेस्ट किया है, पुलिस का कहना है कि आरोपी सदाकत ने यूनिवर्सिटी के हास्टल में ही उमेश पाल की हत्या की पूरी साजिश रची थी। गिरफ्तार आरोपी 27 साल का सदाकत खान एलएलबी का छात्र बताया जा रहा है। पुलिस को शक है कि आरोपी अवैध रूप से इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हास्टल में रह रहा था। एसटीएफ की गिरफ्त में सदाकत खान ने पूछताछ में बताया कि साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद के इशारे पर उमेश पाल हत्याकांड की पूरी साजिश रची गई और शूटरों ने इसे अंजाम दिया। जेल में मिलने पहुंचे शख्स से अतीक ने दो लोगों के डिटेल्स बताए थे और उन्हें इस साजिश में शामिल होने को कहा था। अतीक ने उस आरोपी को बरेली जेल में बंद अपने भाई अशरफ से भी मिलने को कहा था। अशरफ से मुलाकात के बाद ही शूटरों का नाम और पूरी साजिश तय हुई थी। उमेश पाल हत्याकांड में अपराधियों द्वारा प्रयुक्त कई गई क्रेटा कार सफेद रंग की पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में देखी उस कार को पुलिस ने अतीक अहमद के चकिया स्थित घर के बाहर देखा जिसे पुलिस ने गिरफ्त में लेकर खुल्दाबाद थाने में खड़ी थी उसी सफेद क्रेटा कार के आधार पर पुलिस ने नफीस अहमद को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा हैं नफीस अहमद अतीक अहमद का बेहद करीबी माना जाता है। ये ‘ईट आन बिरयानी’ नाम से प्रयागराज में बिरयानी बेचता है। आरोप है कि हत्यारे जिस कार से गए थे, वो नफीस अहमद की थी। नफीस अतीक का फाइनेंसर भी है। उमेश पाल की हत्या में सफेद रंग की क्रेटा कार का प्रयोग किया गया था। इसी कार को चला रहे अरबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। हत्या में प्रयुक्त कार पुलिस ने चकिया में अतीक के घर के पास से बरामद की थी। उस पर नंबर प्लेट नहीं थी। कार बरामदगी के बाद पुलिस ने इंजन और चेचिस नंबर से मालिक का पता लगाया तो अधिकारी हैरान रह गए। क्रेटा कार सिविल लाइंस स्थित बिरयानी संचालक ईट आन के मालिक नफीस की निकली। नफीस को भी अतीक का गुर्गा माना जाता है।
थाना धूमनगंज इलाके में बीते 24 फरवरी की शाम 4ः56 मिनट पर हुए बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड को फिल्मी अंदाज में बेखौफ अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया था। गोलीकांड में उमेश पाल के साथ सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी सुनील निषाद की मृत्यु हो गई थी। दूसरे पुलिसकर्मी राघवेंद्र सिंह की हालत गंभीर लखनऊ के एसजेपीजीआई में इलाज चल रहा।
उमेश पाल हत्याकांड के मास्टरमाइंड सदाकत की दो अलग अलग तस्वीरें आखिर किसका है सदाकत
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