(राममिलन शर्मा)
रायबरेली। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद रायबरेली के 53 आयुर्वेदिक चिकित्सा- लयों में शहरी, ग्रामीण व सुदूर क्षेत्रों के रोगियों का उपचार आयुर्वेद द्वारा नियमित किया जा रहा है तथा 14 हेल्थ वेलनेस सेन्टर के माध्यम से पुरातन चिकित्सा पद्वति योग एवं नेचुरोपैथी, व्यायाम के माध्यम से स्वस्थ व्यक्ति को स्वस्थ जीवन शैली के द्वारा आरोग्यवान बनाना एवं रोगियों को आयुर्वेदिक औषधियों के साथ योग व नेचुरोपैथी के माध्यम से रोगों का उपचार करना सम्भव हो रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि हर्बल गार्डन के माध्यम से पुरातन औषधीय पौधों का संरक्षण एवं जड़ी-बूटी को काढ़े के रूप में प्रयोग करना संभव हो पा रहा है। जनपद में 50 शैय्या का एकीकृत आयुष चिकित्सालय का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक ही चिकित्सालय में आयुर्वेद, योग, होम्योपैथी, यूनानी, नेचुरोपैथी चिकित्सक द्वारा शीघ्र की जनपदवासियों को चिकित्सा लाभ प्रदान होगा। मुख्यमंत्री आरोग्य मेला में प्रत्येक रविवार आयुष चिकित्सक द्वारा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के चिकित्सालय में आमजन मानस को लाभ प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 21 जून 2022 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 21 मई से 21 जून योग माह के रूप में समस्त तहसील व ब्लाकों पर प्रतिदिन योग शिविर आयोजित किये गये। उन्होंने बताया कि 21 जून 2022 को मुख्यालय स्तर मोतीलाल नेहरू स्टेडियम रायबरेली के साथ समस्त ब्लाक, तहसील व 75 स्थानों पर योग शिविर किये गये तथा शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य 6 लाख के सापेक्ष 27 लाख लोगों को योग से जोड़ा गया एवं रायबरेली को उत्तर प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। धनतेरस के दिन प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है, पूरे माह आयुर्वेद के अलग-अलग विषयों में कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिसमें वृद्धजनों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों के लिए आयुर्वेद के विषय पर अनेक -अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये एवं स्कूली बच्चों के लिए भाषण प्रतियोगिता आयोजित किया गया, इसमें मण्डल स्तर पर रायबरेली को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। आयुर्वेद की पुरातन पद्वति पंचकर्म, क्षारसूत्र मर्म चिकित्सा, अग्निकर्म, प्राकृतिक चिकित्सा एवं स्वर्ण प्राशन के माध्यम से जनपद वासियों को निरन्तर आरोग्य की प्राप्ति करायी जा रही है
53 आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में रोगियों का आयुर्वेद द्वारा किया जा रहा उपचार
Read Time3 Minute, 42 Second