(एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी)
गोंदिया। वैश्विक स्तरपर भारत बहुत तीव्रता से प्रौद्योगिकी स्वास्थ्य शिक्षा इलेक्ट्रानिक परिवहन सहित अनेक क्षेत्रों में विकास की गाथा लिख कर आत्मनिर्भर भारत की ओर तीव्रता से कदम बढ़ा रहा है और यूके कनाडा ईयू इजरायल सहित अनेक देशों से एटीएफ वार्ता चल रही है उम्मीद है कि शीघ्र ही अपने सफलतम स्थान पर जरूर पहुंच जाएगी। वैसे भी अभी 30 नवंबर 2023 तक भारत जी-20 का अध्यक्ष बन गया है, जिसके अनेक सकारात्मक परिणाम भारत को मिल जाएंगे। जिस तरह 16 नवंबर 2022 को समाप्त हुए इस वैश्विक सत्र में बड़े-बड़े वैश्विक नेताओं द्वारा भारत के प्रति बाडी लैंग्वेज और निकटता का भाव दर्शा रहे थे, जो हमने टीवी चैनलों पर देखे कि भारत मुख्य केंद्रबिंदु दिख रहा था उसका नतीजा हमें आने वाले दिनों में देखेगा। अब भारत एक स्मार्ट देश है। अब चूंकि स्थिति हमारे अनुकूल हो रही है इसलिए हम सबका अब कर्तव्य बन गया है कि उसी अभी नए समृद्ध भारत के ध्वजवाहक बने, एक जुनून धारे कि, किसी भी रूप में भारत को आत्मनिर्भर बना कर विश्वगुरु के रूप में देखना है, तो हम जरुर सफल होंगे।
साथियों बात अगर हम स्केल और स्पीड की करें तो बड़े बुजुर्गों की कहावतें हैं कि सौ सुनार की एक लोहार की। सस्ता रोए बार-बार महंगा रोए एक बार। हमें अभी अपने उत्पादों की स्केल और स्पीड पर खास ध्यान देना है। अभी तक इलेक्ट्रानिक खिलौना इत्यादि के क्षेत्रों में विस्तारवादी मुल्क का विश्व सहित भारत पर आधिपत्य था जो अब धीरे-धीरे कम होते जा रहा है और भारत का दबदबा बढ़ते जा रहा है, क्योंकि भारत अब अपनी विकास की गाथा पर चल पड़ा है। सबसे महत्वपूर्ण योगदान हम नागरिकों को देकर विकास के लिए हर क्षेत्र में होने वाले एक्सपो राष्ट्रीय प्रदर्शनीयों, इंडिया मेड-टेक एक्सपो 17-19 जनवरी 2023 सहित आत्मनिर्भर भारत की थीम को विस्तार देने वाले हर एक्सपो में न केवल भाग लेना है बल्कि उन्हें उपयोग, विस्तार में लाकर समृद्ध भारत के ध्वजवाहक बनना है।
साथियों बात अगर हम माननीय केंद्रीय वाणिज्य मंत्री द्वारा 16 नवंबर 2022 को एक कार्यक्रम में संबोधन की करें तो उन्होंने रेखांकित किया कि दुनिया के विकसित देश अब भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते या व्यापक आर्थिक साझेदारी करने के इच्छुक हैं। भारत का जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम और इनोवेशन दुनिया को भारत में आने और यहां कारोबार स्थापित करने के लिए आकर्षित कर रहा है। यूके, कनाडा, ईयू, इजराइल के साथ एफटीए वार्ता चल रही है और एक और महत्वपूर्ण एफटीए अगले सप्ताह (जीसीसी के साथ) लान्च किया जाएगा। उन्होंने विकसित देशों के साथ समझौतों के दौरान बराबरी के साथ बात करने में निर्भीक नेतृत्व के लिए उद्योग जगत की सराहना की। यह सर्वश्रेष्ठ के साथ प्रतिस्पर्धा करने की अपनी क्षमता में उद्योग के दृढ़ विश्वास से जुड़े साहस को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान भारत में विनिर्माण को बढ़ावा देने पर है। सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण संरचनात्मक परिवर्तन किए हैं और साथ ही कारोबार में आसानी, ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स रैंकिंग में सुधार, उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना जैसी योजनाओं की सफलता का हवाला दिया। मोबाइल उद्योग में 2 निर्माताओं से लगभग 200 निर्माताओं तक उल्लेखनीय वृद्धि सफलता का एक जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि 1.4 अरब लोगों के साथ भारत दुनिया में मौजूद बाजारों में सबसे बड़ा अवसर प्रदान करता है। यह कालिंग कार्ड है, जिसकी वजह से आज दुनिया भारत के साथ जुड़ना चाहती है। वे मानते हैं कि भारत बाजार के रूप में एक बड़ा अवसर प्रदान करता है।भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करना हमारे लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा भारत एक स्मार्ट देश है। इसे विस्तार से समझाते हुए उन्होंने कहा कि एस का मतलब सस्टैनबिलिटी है। स्थिरता कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग की पहचान होनी चाहिए। एम का मतलब भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं से है, क्या हम उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का निर्माण कर सकते हैं, क्या हम विश्व स्तर पर पहचाने जा सकते हैं, क्या हम विश्व गुणवत्ता मानकों को अपना सकते हैं और लागू कर सकते हैं। एका अर्थ है आत्मनिर्भर भारत। हमें भारत में एक आत्मनिर्भर उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण आधार बनने के लिए कंपोनेंट इकोसिस्टम को प्रोत्साहित करना चाहिए। आर रेटिंग के लिए है। उन्होंने उद्योग से स्व-नियमन सिद्धांतों पर मेड इन इंडिया लेबल के साथ गुणवत्ता रेटिंग पर विचार करने के लिए कहा। उन्होंने लोगों को आधुनिक मानकों को अपनाने और उच्च गुणवत्ता वाले सामान खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा। टी का मतलब टेक्नोलाजी है। यह हमारे उद्योग की सफलता का निर्धारण करेगा। हमें नए उभरते ट्रेंड्स को देखना चाहिए और समकालीन ट्रेंड्स को शुरुआती अवस्था में ही चुनना चाहिए।
साथियों बात अगर हम भारतीय चिकित्सा उपकरणों सेक्टर की प्रदर्शनी इंडिया मेड-टेक 17-19 जनवरी 2023 की करें तो, अब यह प्रदर्शनी नई दिल्ली के एयरोसिटी ग्राउंड पर 17 जनवरी से 19 जनवरी, 2023 तक चलेगी। तीन दिन चलने वाली आईएमटीई अपने तरह की पहली प्रदर्शनी है, जिसका आयोजन केंद्र सरकार के अद्दीन औषधि विज्ञान विभाग कर रहा है। इसके आयोजन में चिकित्सा उपकरण उद्योग संघ सहयोग कर रहे हैं। प्रदर्शनी के आयोजन में फिक्की समन्वय कर रहा है। इसकी विषयवस्तु फ्यूचर आफ डिवाइस, डायगनॉस्टिक्स एंड डिजिटल है। कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य इस नेटवर्क के लिये अवसरों का सृजन, भारत में इस सेक्टर के और विश्वस्तर पर इसके योगदान की क्षमता में विकास के लिये सहयोग करना है। इसे मद्देनजर रखते हुये पीएलआई प्रतिभागियों स्टार्ट-अप, एमएसएमई, नवोन्मेषी उद्यमियों, अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं, इंक्यूबेटर, सरकारी व निजी अस्पतालों, उद्योग जगत, अकादमिक जगत, अनुसंधान संस्थानों, निवेशकों, राज्य सरकारों, मेड-टेक पार्कों जैसे हितधारकों को साथ लाया जायेगा। इसमें प्रमुख सरकारी अधिकारियों का भी सहयोग लिया जायेगा, ताकि इस सेक्टर को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि भारत एक स्मार्ट देश है। आओ नए समृद्ध भारत के ध्वजवाहक बने। भारत की विकास गाथा में स्केल और स्पीड भारी बदलाव की क्रांति लाएगी। दुनिया के विकसित देश भारत में मुक्त व्यापार के इच्छुक हैं। भारत की विकास गाथा में स्केल और स्पीड भारी बदलाव की क्रांति लाएगी। दुनिया के विकसित देश भारत में मुक्त व्यापार के इच्छुक हैं।
भारत एक स्मार्ट देश है, आओ नए समृद्ध भारत के ध्वजवाहक बने
Read Time9 Minute, 49 Second