(प्रेम वर्मा) पाटन, उन्नाव। थाना बिहार क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा मलौना मजरा एकघरा (रजपाल खेड़ा) का मामला है। प्राप्त विबरण के अनुसार पीड़िता शिवकांती पुत्री सेवालाल पत्नी रमेश कुमार निवासिनी ग्राम नन्दा खेड़ा थाना बछरावा जनपद रायबरेली की है। पीड़िता का विवाह रमेश कुमार पुत्र छोटे लाल निवासी एकघरा (रज पाल खेड़ा) मजरे मलौना थाना बिहार जनपद उन्नाव के साथ हुआ था। विवाह बाद पीड़िता प्रतिपक्षी के घर गयी है और विदा होकर वापस आई तथा फिर प्रतिवादी के घर गयी वापस आने के बाद अग्रिम तीसरी बार विपक्षी के घर गयी। विपक्षी पति रमेश कुमार, उदयभान सिंह उर्फ बच्चू सिंह पुत्र अज्ञात निवासी ग्राम पुरंदरपुर थाना बिहार जिला उन्नाव के घर मजदूरी करता है तथा पूर्ण रूप से उसी के कब्जे में रहता है। मास जून 2020 को विपक्षी अपने मालिक बच्चू सिंह के साथ रात लगभग 8 बजे एकघरा (रजपाल खेड़ा) ससुराल आया । पीड़िता को आवाज लगाई बाहर निकलकर देखा तो प्रतिपक्षी रमेश व बच्चू सिंह दरवाजे पर है। पीड़िता घर के अंदर चली गयी। थोड़ी देर बाद बच्चू सिंह घर के अंदर घुस गया और पीड़िता को जबरन पकड़ लिया अश्लील हरकते करते हुए आपत्तिजनक अंगो से छेड़ छाड़ कर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया। पीड़िता ने विरोध किया तब तक भी पति रमेश कुमार ने पीड़िता का सहयोग नहीं किया। उल्टे अपने मालिक के अनुसार रहने को कहता रहा। बच्चू सिंह ने जाते-जाते जान से मार देने की धमकी देकर चला गया। इसी बात को लेकर प्रतिपक्षी रमेश से कहासुनी हो गयी। और 2 जून 2020 को प्रतिपक्षी ने पीड़िता को मारा-पीटा और घर से भाग जाने को कहा, पीड़िता ने 112 पुलिस सहायता को फोन करके बुलाया और फिर पुलिस के रहते हुये पीड़िता अपने भाई के साथ अपने घर नन्दा खेड़ा चली गयी, तभी से पीड़िता अपने घर पर रह रही है। विपक्षी ने कोई खोज खबर नहीं ली है। वही पीड़िता ने बताया कि मैंने इसकी शिकायत स्पीड पोस्ट डाक द्वारा जिलाधिकारी महोदया, थाना प्रभारी बिहार व पुलिस अधीक्षक उन्नाव एवं महिला थाना प्रभारी को किया। फिर कुछ दिन बाद थाना बिहार से दूरभाष द्वारा मुझे सूचना मिली कि कल आप अपने बयान दर्ज कराए दूसरे दिन थाना जाकर मैंने उप निरीक्षक जयनारायन मिश्रा के समक्ष अपने बयान दर्ज कराया। बयान दर्ज कराने के बाद उप निरीक्षक ने कहा कि आपकी एफआईआर यहाँ दर्ज नही होगी आप बछरांवा थाना रायबरेली जाय, जब बछरावां थाना गयी। शिकायती पत्र दिया वहाँ भी रिपोर्ट नही लिखी गयी। फिर बिहार थाना से फिर मुझे फोन कर बुलाया गया। दिनाँक 21/10/ 2022 को जब थाने गयी तो उप निरी क्षक ने हमसे तहरीर बदलवाने का दबाव बनाने लगे और उप निरीक्षक ने कहा आज फिर प्रार्थना पत्र हमे दो। फिर मैंने दिया लेकिन एफआई आर दर्ज नहीं की जिसको लेकर मैंने पुलिस अधीक्षक को फोन कर उप निरीक्षक की शिकायत की तो पुलिस अधीक्षक उन्नाव ने मुझे आश्वासन दिया कि आप की रिपोर्ट दर्ज कर आप के वाटसप्पस नंबर पर भेज दी जाएगी।
पीड़िता की मदद करने के बजाय पुलिस बयान बदलने का दे रही दबाव
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