शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने बताया कि 100-150 पुलिसकर्मी उनके पीछे थे। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया और ऐसा नाटक किया गया कि मुझे अटैक आया है। वे मेरा ऑपरेशन करना चाहते थे, उसके जरिए मुझे नुकसान पहुंचाने की कोशिश थी लेकिन भगवान की कृपा से मैं ठीक हूं।
मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि 47 विधायक उनके साथ हैं। इसके कुछ वक्त बाद ही एक विधायक सूरत से भागकर नागपुर पहुंचा। जहां पर विधायक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रति अपनी निष्ठा प्रकट की। सूरत से नागपुर भागकर पहुंचे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने कहा कि उन्हें किडनैप किया गया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने बताया कि 100-150 पुलिसकर्मी उनके पीछे थे। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया और ऐसा नाटक किया गया कि मुझे अटैक आया है। वे मेरा ऑपरेशन करना चाहते थे, उसके जरिए मुझे नुकसान पहुंचाने की कोशिश थी लेकिन भगवान की कृपा से मैं ठीक हूं। मैं उद्धव ठाकरे के साथ हूं।
इसी बीच शिवसेना नेता संजय राउत का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि जब इस प्रकार की स्थिति किसी राज्य में बनती है तो ये इतिहास है कि विधानसभा भंग की जाती है। महाराष्ट्र की स्थिति कुछ ऐसी ही बनी हुई है। मुझे विश्वास है कि शिवसेना के जो विधायक गुवाहाटी में बैठे हैं वो सोचेंगे और परिवार में वापस दाखिल होंगे। उन्होंने कहा कि जो भी करना है उसका निर्णय महाविकास अघाड़ी एक साथ लेगी लेकिन जब तक विधायक मुंबई में नहीं आते हैं तब तक कोई निर्णय नहीं होगा।
मौजूदा घटनाक्रम को लेकर एनसीपी ने विधायकों और नेताओं की बैठक बुलाई है। यह बैठक गुरुवार को होगी। इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने कमलनाथ के साथ बैठक की। जिसमें 44 में से 41 विधायक मौजूद रहे और 3 विधायक रास्ते में थे। इसके बाद कमलनाथ ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि मेरी अभी शरद पवार से बात हुई है, उन्होंने मुझे कहा कि एनसीपी भी महाविकास अघाडी को समर्थन देती रहेगी… भाजपा पद का प्रलोभन और पैसे की राजनीति करती है। ये देश के भविष्य को खत़रे में डाल रही है।
एकनाथ शिंदे को छोड़कर नागपुर लौटे नितिन देशमुख, बोले- मुझे किया गया था किडनैप, मैं उद्धव ठाकरे के साथ हूं
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