पुलिसिया गठजोड़ के दम पर धड़ल्ले से जारी है मिट्टी का अवैध खनन
खनन की जानकारी अधिकारियों को होने के बावजूद भी सो रहे कुम्भकरणी नींद। अवैध खनन पर तहसील व पुलिस प्रशासन अंकुश लगाने में नाकाम
(शमशाद सिद्दीकी) सरोज नीनगर, लखनऊ। प्रदेश सरकार भले ही प्रदेश में मिट्टी खनन पर सख्ती से अंकुश लगाने की बात कर रही है! लेकिन राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर इलाके में इन दिनों मिट्टी के अवैध खनन का कारोबार काफी दिनों से फल फूल रहा है।
यह बिजनौर स्थित नटवा डी किला से बिजनौर चैकी के समाने से रात दिन सैकड़ों की तादात में मिट्टी के भरे डंपरों को देखा जा सकता है। यही नहीं यह सब कुछ पुलिस व प्रशासन की नाक के नीचे ही हो रहा है,। मगर प्रशासनिक अधिकारी कुंडली मारे शांत बैठे हुए हैं । बताते चले कि सरोजनीनगर इलाके में रात करीब ग्यारह बजे के बाद खनन माफिया जेसीबी मशीन लगाकर खुलेआम डंफर से मिट्टी पूरे इलाके में धड़ल्ले से महंगे दामों में बेच रहे हैं। यही नहीं शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने से खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है। शासन ने पूरे प्रदेश में अवैध रुप से हो रहे खनन पर रोक लगा रखी है।
बावजूद इसके भी खनन के लिए शासन व प्रशासन के आला अधिकारियों ने अवैध खनन पर एकदम रोक लगा रखी है। लेकिन खनन माफिया क्षेत्रीय पुलिस व खनन विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर प्रति दिन मिट्टी खनन का काम करते हैं। सरोजनीनगर क्षेत्र के बिजनौर स्थित नटवाडी से बिजनौर चैकी के सामने से कई स्थानों पर डंपर लगाकर मिट्टी खनन का कार्य चल रहा है । पुलिस व तहसील प्रशासन की अनदेखी व मिली भगत के चलते मिट्टी खनन का कार्य बिना रोक-टोक के चलाया जा रहा है।क्षेत्र के कई लोगों ने इसकी शिकायत तहसील व पुलिस प्रशासन से की जा चुकी है, लेकिन खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई न होने से उनके हौसले बुलंद है। और अवैध रूप से मिट्टी खनन के भरे डंफर से खनन कि लदी मिट्टियां लेकर रोड पर चलने वाले डंफर चालकों की रफ्तार भी काफी तेज होती है। जिससे कहीं भी कोई घटना घटित हो सकती है। इसके बाद भी इस अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
Read Time3 Minute, 13 Second