(बीके सिंह) रामकोट सीतापुर। जवाहरपुर के कटैया गांव में लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 146 वी जयंती के शुभ अवसर पर सरदार पटेल भवन में बड़ी धूमधाम से राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर सम्मान पूर्वक पुष्प अर्पित मनाया गया। जिसमे पासी सेना व राष्ट्रवादी कर्पूरी एकता संस्थान ने संयुक्त रूप से सामिल हुए। सरदार पटेल भवन के अध्यक्ष विवेक वर्मा ने अपने सम्बोधन में पटेल जी के चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा, आजादी के बाद देश को राष्ट्रीयता के एक सूत्र में पिरोने वाले लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 146वीं जयंती है। सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में मनाया गया था। सरदार पटेल आजादी के बाद देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी थे। सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था। लंदन जाकर उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई की और वापस आकर अहमदाबाद में वकालत करने लगे थे।
इस दौरान आजादी की लड़ाई जोर पकड़ रही तो पटेल भी महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में कुद पड़े थे। स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा संघर्ष में था। उन्होंने 1928 में हुए बारदोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफल नेतृत्त्व भी किया।लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देशी रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में मिलाकर एक भारत राष्ट्र का निर्माण कराया। इस मौके पर पासी सेना लखनऊ मण्डल उपाध्यक्ष अंकित कुमार भार्गव, आशीष कुमार वर्मा ,अमित वर्मा ,अरविंद वर्मा, हुकुमचंद, नितिन सोनी,सोने खान ,रिहान गाजी, तारेंद्र वर्मा,ओमेंद्र वर्मा, दीपक कुमार ,राम किशोर ठाकुर, सुनील, पवन वर्मा ,शांतिस्वरूप वर्मा ,विवेक राजवंशी ,मनोज वर्मा, अनुज यादव,मंजेश वर्मा, सहित अन्य सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
पटेल भवन कटैया में मनाई गई, लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 146 वी जयंती
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