(प्रेम वर्मा) पुरवा-उन्नाव। गौवंश आश्रय स्थलों के लिए शासन द्वारा धनराशि बीते आठ महीनों से न दिए जाने के संबंध में प्रधान संघ अध्यक्ष ने एक ज्ञापन सौंपा और एक सप्ताह में धन न मिलने पर आश्रय स्थल बंद करने की चेतावनी दी।
प्राप्त विवरण के अनुसार शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस में दो दर्जन से अधिक प्रधानों के हस्ताक्षर युक्त एक ज्ञापन प्रधान संघ अध्यक्ष शिवपाल यादव ने एसडीएम राजेश प्रसाद चैरसिया को सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि बीते आठ महीनों से गौवंश आश्रय स्थलों के संचालन हेतु शासन से धनराशि जारी नहीं की गई है। इससे उसकी देख भाल करने में समस्याओं का अंबार लग रहा है। ज्ञापन में चेतावनी देते हुए कहा गया है कि यदि एक सप्ताह में शासन ने धनराशि न जारी किया तो सभी प्रधानगण गौशाला चलाने में असमर्थ होंगे। वैसे आपको बताना चाहते हैं कि गौशाला योजना पूरी तरह से फ्लाप साबित हुई है। आज भी मवेशियों का जमावड़ा सड़कों पर या खेतों में देखा जा सकता है। गौशाला बनवाने व गौवंश संरक्षण के नाम पर केवल जनता के धन का दुरुपयोग ही हुआ है। क्षेत्र की ऐसी कोई गौशाला नहीं है जहां दो दर्जन जानवर पाए जाएं। प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी गौशाला योजना केवल कागजों पर दिखाई देती है जबकि धरातलीय हकीकत से सभी परिचित हैं।
गौवंश आश्रय स्थलों के लिए धनराशि न दिए जाने पर प्रधान संघ ने सौंपा ज्ञापन
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