(मोनू शर्मा) माधौगढ़। भूमि संरक्षण विभाग के फर्जीवाड़े की शिकायतों को लेकर 2 सप्ताह बाद भूमि संरक्षण अधिकारी शहाबुद्दीन सिद्दीकी ने कार्यालय से इंस्पेक्टर आशीष सविता को स्थलीय निरीक्षण के लिए मौके पर भेजा लेकिन इंस्पेक्टर ने पहले तो अपने साथी शिशुपाल जादौन के काले कारनामों को बचाने का पूरा प्रयास किया लेकिन शिकायतकर्ता राम कुमार भारद्वाज की आपत्ति के बाद इंस्पेक्टर ने स्थलीय निरीक्षण कर तालाबों की हकीकत को देखा। असहना ग्राम पंचायत में खोदे गए 11 तालाब आधे अधूरे व फर्जी पाए गए। वह बात अलग है कि इंस्पेक्टर अपनी रिपोर्ट में कुछ भी दर्शाए लेकिन एक भी तालाब मानक के अनुसार नहीं था। कुछ पुराने तालाब को दिखाकर नया का पैसा निकाल लिया गया। तो कुछ गलत आराजी नंबर में खोदे गए थे। भूमि संरक्षण विभाग द्वारा बीहड़ क्षेत्र में सिंचाई के लिए सरकार की खेत तालाब योजना के अंतर्गत तालाब खुदवाये गए। जिनमें ज्यादातर तो खोदे ही नहीं गए थे जबकि उनके भुगतान इंस्पेक्टर शिशुपाल जादौन की संस्तुति पर किसानों को कर दिया गया था। फिर भी विभाग भृष्ट कर्मचारी को एक महीने से बचाने का प्रयास कर रहा है। शिकायतों के बाद मामले ने तूल पकड़ा तो तालाबों को नाममात्र के लिए खुदवाया गया,अन्यथा उनका पैसा तो डकार ही लिया गया था। जांच में भी इसी तरह कुछ तालाबों का मुआयना किया गया,जोकि मानक विहीन थे। अब देखना यह होगा कि भृष्ट कर्मचारी को कब तक बचाया जाएगा?
भूमि संरक्षण के फर्जीवाड़े की शिकायतों पर कराई जांच
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