वृद्धा को बेवकूफ बना लुटेरा जेवर लेकर हुए चंपत

RAJNITIK BULLET
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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैसरगंज में घटी घटना, इलाज के बहाने वृद्धा के जेवर लूटे। मेडिकल संबंधित प्राइवेट फर्मों के दलालों का रहता है जमावड़ा
(प्रदीप यादव) कैसरगंज /बहराइच। बीते दिवस 4 अप्रैल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैसरगंज परिसर में लुटेरे ने वृद्धा को अपनी लूट का शिकार बनाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार कैसरगंज चिकवा मंडी निवासी स्वर्गीय बब्बन की बेवा सकीना तरोई सब्जी लेने बाजार गई थी जहां पर रफीक हाजी कपड़ा वाले की दुकान के सामने एक व्यक्ति मिला और उन्हें पप्पू नाम बताते हुए अपना पुराना परिचित बता कर आवास दिलाने के नाम पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर ले गया।
जहां पर चिकित्सा व उपचार के लिए निशुल्क शिविर की बात कहकर उन्हें पर्चा बनवाने के लिए कहा। जिसके बाद बाहर जाकर वह एक कोल्ड ड्रिंक लेकर आया और उन्हें मैं पर्चा बनवा ले कर आता हूं यह कहकर पीने को दिया, 65 वर्षीय वृद्धा उक्त कोल्ड ड्रिंक को पीते हैं बदहवास नशे की स्थिति में आ गई जिसके बाद बेहोशी की हालत में वह उन्हें बगल के महिला चिकित्सालय परिसर में लेकर गया और कानों से 1 जोड़ी सोने की टप्स, गले में चांदी की जंजीर, हाथों में चांदी की चूड़ी निकाल कर वहां से चंपत हो गया। अपनी मां को घर वापस ना पहुंचने की स्थिति में परिजनों ने उन्हें ढूंढना चालू किया जिसके बाद किसी अन्य के द्वारा जानकारी मिलने पर उन्होंने बेहोशी की हालत में अपनी मां को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के महिला चिकित्सालय से बेहोशी की हालत में बैठे हुए पाया। होश आने पर वृद्धा ने पूरी बात अपने परिजनों को बताई जिसके बाद स्थानीय थाने में नामजद तहरीर दी गई उक्त तहरीर के मिलने पर पुलिस उनके पुत्रों के साथ वहां गई लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी अधीक्षक ने उन्हें यह कहकर वापस कर दिया कि आप है कैमरे खराब है काम नहीं कर रहे हैं।
महिला के पुत्र के आरोप के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पूरी तरह नियंत्रण बेकाबू है उक्त परिसर में तमाम फर्मो से संबंधित बिचैलियों का जमावड़ा आए दिन लगा रहता है और जिसके कारण मरीज भी धक्के खाने को मजबूर रहता है। प्रार्थी के अनुसार यदि कैमरे सही कार्य कर रहे होते तो शायद आज यह टप्पेबाज पुलिस की गिरफ्त में होता और अगली वारदात होने से शायद क्षेत्र बच जाता।
तहकीकात करने मीडिया की टीम को वहां मौजूद लोगों ने दबी जुबान से बताया किया कैमरे केवल इसलिए खराब है कि अस्पताल परिसर में होने वाली कोई भी घटना का रिकॉर्ड ना रहे, उक्त अस्पताल में पूरी तरह अराजकता का माहौल है और अधिकांश कर्मचारी लगभग मनमानी ड्यूटी करते हुए नजर आते हैं। कैसरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह से अतिक्रमण का शिकार है अतिक्रमण चाहे किसी भी दशा में हो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का हर कोना इस अतिक्रमण के कारण बदहाल स्थिति में गुजर रहा है, और शासन प्रशासन की अच्छी नीतियों को लागू करने वाह विकास का गाल बजाने वाले संबंधित अधिकारी खामोश है।

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