पतित पावनी मां गंगा हैं भारतीय संस्कृत की जीवन धारा-सुधाकर त्रिपाठी

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(मनोज मौर्य) ऊंचाहार रायबरेली। ऊँचाहार विधानसभा क्षेत्र में प्रवास के दौरान सुधाकर त्रिपाठी पालक ऊंचाहार विधानसभा ने गोकना घाट में गंगा मां की आरती में सम्मिलित होकर कहा कि मेरा मानना है कि गंगा और हमारी संस्कृति एक दूसरे पर आधारित रहे है,इसी मां गंगा का शुद्ध होना, हमारे पर्यावरण की स्वच्छता का एक महत्वपूर्ण मापदंड है। गंगा आरती में हम सब ने गंगा की स्वच्छता के संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लिया। गंगा, पर्यावरण और संस्कृति” का संरक्षण और संवर्धन हमारे देश के विकास का आधार है। ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर इस चर्चा का आयो जन बहुत ही प्रासंगिक है। इस विषय पर गहन मंथन निरंतर होते रहने चाहिए। ऐसे मंथनों से निकले अमृत से जन-जन के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। गंगा की पवित्रता का अर्थ है कि हम मन,वचन और कर्म से शुद्ध बनेय गंगा की निर्मलता का अभिप्राय है कि हम निर्मल हृदय के साथ जीवन बिताए, और गंगा की अविरलता का तात्पर्य है कि बिना रुके हुए अपने जीवन पथ पर हम सतत आगे बढ़ते रहे। गंगा से जुड़ा यह संदेश पूरी मानवता के कल्याण के लिए है।गंगा को केवल सिर्फ एक नदी के रूप में देखना पर्याप्त नहीं है। गंगा भारतीय संस्कृति की जीवनधारा है तथा अध्यात्म और आस्था की संवाहिका है। भाजपा नेता अभिलाष चंद्र कौशल ने कहा कि हमारे देश में ऐसी मान्यता है कि भारत की सभी नदियों में गंगा का अंश है। गंगा के प्रति अनुराग, देश के उत्तर से दक्षिण व पूरब से पश्चिम तक दृहर जगह व्याप्त है। अनेक श्रद्धालु भारत से गंगा- जल ले जाकर विदेश की नदियों में प्रवाहित करते हैं और इस प्रकार, उन नदियों को भी अपनी आस्था से जोड़ लेते हैं। इतना ही नहीं, आस्थावान लोग तो अन्य देशों की नदियों में भी गंगा का ही रूप देखते हैं।इस प्रकार गंगा ने, भारतवासियों को विश्व के कोने-कोने में, मातृ भूमि के साथ तथा देश की संस्कृति और परंपरा के साथ जोड़े रखा है। गंगा भारतवासियों की पहचान है और यह जन- भावना ही एक लोकप्रिय गीत में समाहित है
हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा बहती है।
इस अवसर में भाजपा ओ.बी.सी.मोर्चा के क्षेत्रीय मंत्री अभिलाष कौशल ,मंडल उपाध्यक्ष अजय यादव राजेंद्र प्रसाद गुड्डन यादव, सुनील जायसवाल, अमरेश ,दिनेश पाल, गोविंद मिश्रा, गंगा पुजारी जितेंद्र दिवेदी ने गंगा पूजा व आरती संपन्न कराई।

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