नगर अध्यक्ष प्रेम कुमार पाठक ने आश्रम में पेड़ पौधों का किया तिलक

RAJNITIK BULLET
0 0
Read Time2 Minute, 39 Second

(मोनू शर्मा) उरई। पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों में हवा, पानी, मिट्टी, खनिज, ईंधन, पौधे और जानवर शामिल हैं। इन संसाधनों की देखभाल करना और इनका सीमित उपयोग करना ही प्रकृति का संरक्षण है ताकि हम सभी भविष्य में उनके द्वारा लाभा न्वित हो सकें। प्रकृति, संसाधन और पर्यावरण हमारे जीवन और अस्तित्व का आधार हैं। यह बात सहकार भारती जनपद जालौन के जिला अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह राजावत ने आज हिंदू आध्यात्मिक फाउं डेशन एवम् पर्यावरण गति विद्दि के द्वारा देशभर में मनाए जाने वाले प्रकृति वन्दन कार्य क्रम के उपरान्त कही सहकार भारती के उरई नगर अध्यक्ष प्रेम कुमार पाठक ने आश्रम में पेड़ पौधों का तिलक किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक के आह्वान पर जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को प्रकृति वंदना कार्यक्रम के तहत पौधों की पूजा की गई। इस दौरान पौधों को रक्षा सूत्र से बांध कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। इस दौरान सिध्देश्वर मन्दिर चखजगदेपुर के परिसर में प्राकृतिक वंदना के तहत सहकार भारती के पदाधि कारियों ने सिद्धेश्वर मन्दिर, बेलपत्र, आवला, पीपल की पूजा प्रेम कुमार पाठक ने वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ करायी। इस मौके पर राहुल समाधियांआशुतोष तिवारी, योगेश पटेल, शिवांक तिवारी, यतेंद्र प्रताप सिंह विरजेंद्र सिंह, सहित पूजा कर पर्यावरण सुरक्षा का संकल्प लिया। आज पूरे देश में पर्यावरण संकट में है। कोरोना जैसी वैश्विक महा मारी पर्यावरण प्रदूषण की वजह से है। भारतीय संस्कृति व सनातन संस्कृति में हमेशा पेड़-पौधो, पशु-पक्षियों की हमेशा पूजा होती रही है। सहकार भारती द्वारा आज प्रकृति वंदन का कार्यक्रम कालपी कोटरा एवम् रामपुरा में भी किया गया।

Next Post

11 सितंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत का होगा आयोजन

(मोनू […]
👉