राजस्थान के जैसलमेर तक पहुंचा मॉनसून, दिल्ली को अब भी इंतजार

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Jul 12, 2021

गानगर जिलों तक पहुंच गया, लेकिन दिल्ली और हरियाणा के कुछ हिस्सों में बारिश का अब भी इंतजार है। दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और हरियाणा के करनाल में बारिश हुई, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में बादल मंडराते ही रहे, बरसे नहीं और इस वजह से यहां गर्मी से राहत नहीं मिली है।

नयी दिल्ली। गानगर जिलों तक पहुंच गया, लेकिन दिल्ली और हरियाणा के कुछ हिस्सों में बारिश का अब भी इंतजार है। दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और हरियाणा के करनाल में बारिश हुई, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में बादल मंडराते ही रहे, बरसे नहीं और इस वजह से यहां गर्मी से राहत नहीं मिली है। पश्चिमी राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में राहत की बूंदे बरस गयी हैं। वर्ष 2002 में मॉनसून 19 जुलाई को दिल्ली पहुंचा था। उसके बाद से इस साल मॉनसून के आने में सबसे अधिक देरी हुई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) इस समय जैसलमेर, नागौर, भरतपुर, अलीगढ़, करनाल और गंगानगर से गुजर रही है। मौसम विभाग ने कहा, ‘‘पिछले तीन दिन से बंगाल की खाड़ी से नमी वाली पुरवाई हवाओं के चलने से बादलों का दायरा बढ़ गया और पिछले 24 घंटे में कई स्थानों पर बारिश हुई। दक्षिण पश्चिम मॉनसून आगे बढ़ गया है और 12 जुलाई को राजस्थान, पंजाब के अधिकतर स्थानों के साथ ही हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ और स्थानों पर दस्तक दे चुका है।’’ आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार से दक्षिण पश्चिम मॉनसून के बादल छाये हुए हैं, हवा का रुख बदल गया है और नमी वाली पुरवाई हवाएं चल रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अभी तक वर्षा नहीं हुई। यह बहुत असाधारण स्थिति है।’

महापात्र ने कहा कि दिल्ली में मॉनसून को लेकर सभी स्थितियां बनी हुई हैं और जैसे ही बारिश होती है, मॉनसून के आगमन को लेकर घोषणा की जाएगी। मौसम विभाग ने पहले कहा था कि दिल्ली में समय से 12 दिन पहले 15 जून को मॉनसून आ जाएगा, लेकिन बाद में उसने अपने पूर्वानुमान में बदलाव कर दिया। इसके बाद मौसम विभाग ने कहा कि मॉनसून के दिल्ली और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में पहुंचने के लिहाज से सात जुलाई तक स्थितियां अनुकूल हो जाएंगी। बाद में आईएमडी ने कहा कि दिल्ली में मॉनसून की पहली बारिश 10 जुलाई के आसपास हो सकती है। इसके बाद शनिवार को मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में एक बार फिर तब्दीली की और कहा कि अगले 24 घंटे में मॉनसून दिल्ली में दस्तक दे सकता है।

लेकिन दिल्लीवासी रविवार को भी इंतजार करते रहे और उसके बाद आज सोमवार को भी बारिश के कोई आसार नजर नहीं आए। क्षेत्र में मॉनसून के विलंब की वजह से मध्य दिल्ली इस समय देश में वर्षा की कमी वाला सबसे प्रभावित जिला है। यहां एक जून से केवल 8.5 मिलीमीटर बारिश हुई है जबकि अब तक सामान्यतया 132 मिलीमीटर बारिश होती है। इस लिहाज से मध्य दिल्ली में 94 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। कुल मिलाकर दिल्ली को देखें तो यहां सामान्य से 67 प्रतिशत कम बारिश हुई है। आईएमडी ने कहा कि वह देश के बचे हुए हिस्सों में मॉनसून की प्रगति पर लगातार नजर रख रहा है।

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