(राममिलन शर्मा)
रायबरेली। जिला कृषि अधिकारी ने जनपद के कृषक बंधुओं से कहा है कि चालू रबी सीजन में 11 नवम्बर 2024 तक जनपद में डीएपी 2104 मीट्रिक टन, एनपीके 3774 मीट्रिक टन एवं एसएसपी 1179 मेट्रिक टन वितरण हेतु निजी व सहकारी बिक्री केन्द्रों एवं गोदामों पर उपलब्ध है। चालू रबी सीजन में 1 अक्टूबर 2024 से 11 नवम्बर 2024 तक डीएपी 10038 मेट्रिक टन, एनपीके 27 76 मीट्रिक टन एवं एसएसपी 322 मेट्रिक टन की बिक्री हुई है। विगत वर्ष 1 अक्टूबर 2023 से लेकर 11 नवम्बर 2023 तक डीएपी 14 522 मेट्रिक टन एवं एनपीके 2059 मीट्रिक टन एवं एस एस पी 762 मीट्रिक टन की बिक्री हुई थी।
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि इस प्रकार विगत रबी सीजन की अपेक्षा चालू रबी सीजन में एनपीके 717 मीट्रिक टन की अधिक बिक्री हुई है जबकि डीएपी की 44 84 मी0 टन कम बिक्री हुई है जिसका मुख्य कारण सित म्बर माह में वर्षा का होना है फलस्वरूप फसलों की बुआई में कुछ देर हुई है। साथ ही फास्फेटिक के रूप में एनपीके की बिक्री विगत वर्ष से अद्दि क हुई है। इस समय रबी फसलों की बुवाई हेतु फास्फे टिक उर्वरक जिसमें डीएपी एनपीके एवं सिंगल सुपर फास् फेट का प्रयोग किसान बंधुओं द्वारा किया जा रहा है की समुचित मात्रा उपलब्ध है।
किसान भाई डीएपी के स्थान पर अन्य फास्फेटिक उर्वरक जैसे एनपीके, टीएसपी (ट्रिपल सुपर फास्फेट) एवं सिंगल सुपर फास्फेट का प्रयोग गेहूँ, आलू व अन्य फसलों की बुवाई के समय कर सकते हैं।
जिला कृषि अधिकारी ने बताया है कि विगत वर्षों की भांति उर्वरकों की आपूर्ति हो रही है। जनपद में चालू माह में डीएपी उसी तरह से प्राप्त हो रही है जैसे विगत वर्षों में प्राप्त होती थी और आगे भी प्राप्त होती रहेगी।
12 नवम्बर 2024 को जनपद के रैक पाइंट पर इफ को कंपनी की हाफ रैक डीएपी/एनपीके लगी है जिस मे से जनपद रायबरेली को 920 मीट्रिक टन डीएपी एवं 344 मी0 टन एनपीके 20ः 20ः0ः13 प्राप्त हुई है जिसे जनपद के सहकारी क्षेत्रों में साधन सहकारी समितियों व इफको केन्द्रों के माध्यम से वितरित कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जनपद के रैक पॉइंट पर 13/14 नवम्बर 2024 को आरसीएफ कंपनी की टीएसपी एवं डीएपी की एक फुल रैक मात्रा 3800 मीट्रिक टन जिनमें से अधि कांश हिस्सा लगभग 2300 मी0 टन जनपद रायबरेली को प्राप्त होने की सम्भावना है, जो निजी विक्रय केन्द्रों के लिए उपलब्ध होगा। उन्हों ने इसलिए किसान भाइयों से अनुरोध है कि किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें तथा डीएपी अथवा अन्य उर्वरकों का अग्रिम भंडारण ना करें। साथ ही जोत के अनुरूप बोई जाने वाली फस लों के दृष्टिगत संस्तुत मात्रा में ही डीएपी एवं अन्य उर्वरकों का क्रय करें। डीएपी एवं एन पीके उर्वरक की आपूर्ति किसान बंधुओं के उपयोग हेतु लगातार कराई जा रही है।
जनपद में डीएपी 2104, एनपीके 3774 व एसएसपी 1179 मीट्रिक टन वितरण हेतु गोदाम पर उपलब्ध – कृषि अधिकारी
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