जिला होगा तभी टीबी मुक्त, जब हर गाँव, पंचायत और ब्लाक हो टीबी मुक्त- मुख्य चिकित्सा अधिकारी

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(राममिलन शर्मा)
रायबरेली। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मुक्त पंचायत अभियान के क्रम में जिला अस्पताल स्थिति सी एच ओ प्रशिक्षण सभागार में सभी 18 ब्लाकों के एडीओ पंचायत, तथा एसटी एस एसटीएलएस, बीपीएम/ बीसीपीएम, को प्रशिक्षण देने का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्य क्रम सोमवार व मंगलवार को सम्पन्न हुआ। यह प्रक्षिणार्थी प्रशिक्षित होने के बाद ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत के सदस्यों और क्षय रोगी के देखभल कर्ता को टीबी के बारे में प्रशिक्षित करेंगे।
प्रशिक्षण के दूसरे दिन प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोद्दित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जनपद तभी टीबी मुक्त घोषित होगा जब हर गाँव, ग्राम पंचायत और ब्लाक टीबी मुक्त होने का दर्जा प्राप्त करे। टीबी मुक्त पंचायत का उद्देश्य समस्त ग्राम सभाओं को टीबी से जुड़ी समस्याओं और दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करना तथा तथा समुदाय पर टीबी का बोझ कम करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करना कि टीबी के मरीजों का इस तरह इलाज हो कि दोबारा टीबी न हो।
प्रशिक्षक के तौर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अनुपम सिंह ने टीबी की स्क्रीनिंग, जांच और इलाज की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ऐसी ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किया जाएगा जिसमें एक वर्ष में प्रत्येक 1000 की आबादी पर 30 संभावित क्षय रोगी खोज कर उनकी जांच कराई गई हो और 1000 की आबादी पर एक या एक से कम टीबी मरीजों की संख्या हो। इसके अलावा जांच में टीबी की पुष्टि होने वाले मरीजों की एमडीआर की जांच की गई हो। पंचायत के सभी टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना की कम से कम एक किश्त जारी की गई हो।
मास्टर ट्रेनर और जिला कार्यक्रम समन्वयक अभय मिश्रा ने जानकारी दी कि इस अभियान में टीबी मरीज के परिवार से एक सदस्य को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने प्रशि क्षणार्थियों को बताया कि टीबी को लेकर समुदाय में भ्रांतियाँ हैं कि यह वंशानुगत और दैवीय अभिशाप है। यह भोजन करने, बर्तन और कपड़े साझा करने और यहाँ तक कि क्षणिक संपर्क में रहने से भी फैल सकता है। यह सभी भ्रान्तियां गलत व निराधार है। आप लोग जब प्रशिक्षण देंगे तो लोगों को टीबी के सही ज्ञान से इन भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास करेंगे।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन के राज्य स्तरीय सलाहकार डा. अंजली राजीव, जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक मनीष श्रीवास्तव आदि ने भी प्रशिक्षण दिया। इस दो दिवसीय प्रशि क्षण कार्यक्रम में कुल 49 प्रशिक्ष णार्थियों ने प्रतिभाग किया।

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