गुरु पूर्णिमा पर माता पिता की पूजा अर्चना कर लोगों के बीच में दिया एक नया संदेश

RAJNITIK BULLET
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(मनोज मौर्य) ऊँचाहार, रायबरेली। माता-पिता के आदर्शों पे चलकर उनकी परम्परा निभाने वाली संतान ही आगे चलकर बुलंदियों को छूते हुए अपने देश के साथ माता-पिता का नाम रोशन करते हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि जानकारों का ऐसा मानना है।
कुछ इसी तरह ही क्षेत्र की युवा समाज सेविका ने भी डा. भीम राव अम्बेडकर को सिद्धांत पर चलते हुए कदम बढ़ाकर परंपरागत से अपने माता-पिता को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पूजा अर्चना कर लोगों के बीच एक नया संदेश दिया। उनका यह मानना है कि सर्वप्रथम माता-पिता ही जीवन के प्रथम गुरु, मार्गदर्शक, व ने तृत्व करता होते हैं। हम बात कर रहे हैं विकास खंड क्षेत्र के पूर्व प्रद्दान सवैया धनी राजेश मौर्य की सुपुत्री प्रतिमा मौर्य ‘ट्विंकल’ की जिन्होंने सोमवार को अपने भाई- बहनों के साथ मिलकर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अपने माता-पिता की पूजा कर समाज के साथ-साथ युवाओं को एक नया संदेश वह मार्ग दिखाने का काम किया।
दरअसल प्रतिमा मौर्य ‘ट्विंकल’ मूल रूप से ऊँचा हार तहसील क्षेत्र के सवैया धनी की निवासिनी हैं। बता ते हैं कि प्रतिमा मौर्य ट्विंकल बचपन से ही समाज सेवा का भाव रखती हैं। साथ ही बाबा साहब अम्बेडकर, गौतम बुद्ध समेत कई महापुरुषों को आदर्श मानती हैं जिसके चलते उनके उद्देश्य रहता है। समाज में बदलाव होते रहना चाहिए।

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