(संतोष उपाध्याय)
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधि कारी सूर्य पाल गंगवार द्वारा राजस्व कार्यो की मासिक समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए को मुख्यमंत्री विवेका धीन कोष के जितने भी प्रकरण लंबित है उनका तत्काल निस्तारण करना सुनिश्चित किया जाए। उक्त के साथ ही अधिकारियों को राजस्व न्यायलय की वर्किंग में थोड़ा अपग्रेडेशन लाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा की सभी अधिकारी नियमित रूप से अपने न्यायलयो में बैठना सुनिश्चित करे। साथ ही सभी तहसीलों के न्याय लयो के बाहर 2 डिस्प्ले बोर्ड लगवाए जाए जिसमे काॅस लिस्ट चस्पा की जाए। एक बोर्ड में आज के वादों की सूची उनका समय और दूसरे बोर्ड पर कल के वादों की सूची और उनका समय चस्पा किया जाए। उक्त के बाद जिलाधिकारी द्वारा बिंदुवार समस्त विषयों की गहन समी क्षा की गई। बैठक में जिला अधिकारी द्वारा निम्न वत दि शा निर्देश दिए गए। जिला अधिकारी द्वारा बताया गया की अपर जिलाधिका रियों के स्तर से समस्त तहसी लदारों और नायब तहसील दारों की कोर्टो का निरीक्षण कराया जाएगा। निरीक्षण में किसी भी कोर्ट में धारा 34 के कोई भी अविवादित वाद लंबित नही होने चाहिए। वाद लंबित होने की दशा में संबं द्दित के विरुद्ध कड़ी कार्य वाही की जाएगी। उक्त के साथ ही अपर जिलाधिका रियों के निरीक्षण के पश्चात स्वय जिलाधिकारी द्वारा सभी तहसीलों के निरीक्षण किए जाएंगे। यदि किसी भी तहसी ल में कोई अनियमितता पाई जाएगी तो संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्य वाही की जाएगी। प्ळत्ै व मुख्यमंत्री संदर्भ के तहत आनलाइन प्राप्त होने वाले प्रकरणों की समीक्षा से की गई। जिला धिकारी द्वारा बताया गया की प्ळत्ै पोर्टल के मानकों में बदलाव हुआ है। अब प्रकरण प्रतिदिन प्रकरण डिफाल्टर होने और हमे प्रतिदिन डिफाल्टर होने वाले प्रकरणों का निस्तारण उनको डिफाल्टर होने से पहले करना होगा। जिसके लिए जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए की सभी तहसीलों व कलेक्ट्रेट में 1 कम्प्यूटर आपरेटर की नियुक्ति की जाए जो प्रतिदिन डिफाल्टर होने वाले प्रकरणों का निस्तारण दोपहर तक कराना सुनिश्चित कराएंगे। साथ ही निर्देश दिए गए कि प्ळत्ै प्रकरणों के सभी निस्तारण गुणवत्तापूर्ण हो। निस्तारण करते समय यदि आवश्यकता हो तो अपर जिलाधिकारियों से निस्तारण के सम्बन्ध में मार्गदर्शन प्राप्त करना सुनि श्चित किया जाए। प्ळत्ै के प्रकरणों के सम्बंध में किसी भी प्रकार की शिथि लता को बर्दाश्त नही किया जाएगा। प्ळत्ै के प्रकरणों में यदि कोई भी अनियमितता पाई जाती है तो कार्यवाही निश्चित है। उक्त के बाद जिलाधिकारी द्वारा देयो से सम्बंधित बिंदु की समीक्षा की गई। समीक्षा में संज्ञान में आया कि विभिन्न देय मद में तहसील मोहन लालगंज द्वारा सबसे अधिक वसूली और मुख्य देय मद में तहसील बीकेटी द्वारा सबसे अधिक वसूली की गई। साथ ही संज्ञान में आया की तहसील सदर और सरोज नी नगर में वसूली की प्रगति अच्छी नहीं रही। जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा वसूली बढ़ाने के निर्देश और अपर जिलाधिकारी वित्त एवम् राजस्व को दोनो तहसीलों की अलग अलग समीक्षा कले क्ट्रेट सभागार में करने निर्देश दिए। विभागीय कार्यवाहियों व मेजस्ट्रेशियल जांच के प्रकरणों की भी समीक्षा की गई। उन्होंने कहा की विभा गीय कार्यवाहियों व मेजस्ट्रेशि यल जांचो के जितने भी प्रक रण लंबित है तत्काल उनका निस्तारण करना सुनि श्चित किया जाए। उक्त के साथ ही आर्थिक सहायता के प्रक रणों के संबंध में निर्देश दिए गए की आर्थिक सहायता के प्रकरणों के संबंध में शिथिल ता कदापि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही न्यायिक सहायक को निर्देश दिए की उनके द्वारा हर घंटे में पोर्टल चेक किया जाए ताकि जैसे कोई आर्थिक सहायता का प्रकरण प्राप्त हो तो तत्काल उसके संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जाए।
रियल टाइम खतौनी की भी समीक्षा की गई। अपर जिलाधिकारी प्रशासन द्वारा बताया गया की 363 ग्रामों को नोटिफाई किया जा चुका है और बाकी ग्राम प्रक्रिया में है। 316 ग्रामों की रियल टाइम खतौनी अनलाक कर दी गई है। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए की खतौनियो का रिव्यू बड़ी गहनता से किया जाए। किसी भी प्रकार की त्रुटि नही होने पाएं। सभी अधिकारी भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टालरेंस नीति अपनाते हुए कार्य करना सुनिश्चित करे। भ्रष्टाचार करने वाले और भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वालो को कदापी बख्शा नही जाएगा। सभी अधिकारी भ्रष्टाचार पर पूर्णतः अंकुश लगाना सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी द्वारा कार्यों में पारदर्शिता और सुचिता के उद्देश्य से निर्देश दिए गए की कलेक्ट्रेट के सभी कर्मचारीध्लिपिक आई कार्ड के साथ कार्य करेगे। उक्त के साथ ही निर्देश दिए गए की सभी आदेशों/रिपोर्टों में अधिकारी कर्मचारी अपने नाम के पूर्ण हस्ताक्षर और नाम व पदनाम की मोहर का प्रयोग करेगे। समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए की मासि क समीक्षा बैठक के बाद सभी उप जिलाधिकारी अपनी तहसीलों में जाकर लेखपालों के साथ समीक्षा बैठक आहूत करेगे ताकि मासिक समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जो दिशा निर्देश दिए गए है उनका कड़ाई से अनुपालन कराया जा सके। बैठक में अपर जिलाधि कारी प्रशासन शुभी काकन, अपर जिलाधि कारी पूर्वी अमित कुमार, अपर जिलाधि कारी वित्त एवं राजस्व राकेश सिंह, को सम स्त उप जिला धिकारी, समस्त अपर नगर मजिस्ट्रेट, समस्त तहसीलदार व अन्य विभा गीय अधिकारी उपस्थित रहे।
भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टालरेंस नीति अपनाते हुए करे कार्य – जिलाधिकारी
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