(राम मिलन शर्मा) रायबरेली। नगर निकाय निर्वाचन में समाजवादी पार्टी की भावी प्रत्याशी एवं महिला सपा नेत्री तान्या भारती ने अपने पति एवं वरिष्ठ सपा नेता संजय पासी तथा सैकड़ों समर्थकों के साथ झलकारी बाई चैराहे पर स्थापित झलकारी बाई की मूर्ति पर मार्ल्यापण कर उनका आर्शीवाद प्राप्त किया। इस अवसर पर श्रीमती भारती ने कहा कि झलकारी बाई वीरता की प्रतिमूर्ति व नारी सशक्तिकरण की मिसाल के रूप में सदैव याद की जायेंगी। झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की सेना में महिला शाखा दुर्गा दल की सेनापति झलकारी बाई ने अपने अदम्य साहस के बल पर अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिये थे। झलकारी बाई न तो रानी थीं और न ही झांसी की सत्ता उनके हाथ में थी, लेकिन अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों को हँसते-हँसते न्यौछावर कर दिया। वरिष्ठ सपा नेता संजय पासी ने कहा कि जब अंग्रेजी सेना ने झांसी के किले पर हमला बोल दिया तो सेनापतियों ने रानी लक्ष्मीबाई को किले से निकल जाने की सलाह दी। युद्ध में झलकारी बाई के पति शहीद हो चुके थे। उन्होनें अंग्रेजों को चकमा देने की योजना बनाई और लक्ष्मीबाई के कपड़े पहनकर सेना की कमान संभाल ली। अंग्रेजों को भनक तक नहीं हुई कि वह झांसी की रानी नहीं, बल्कि झलकारी बाई हैं। झलकारी बाई भी जनरल रोज के कैंप में पहुँच गईं। इस दौरान मौका पाकर झांसी की रानी वहां से दूर निकल गईं। झलकारी बाई को पता था कि जहां वह जा रही हैं, वहां सिवाय मौत के उन्हें कुछ नहीं मिलेगा, लेकिन अपनी मातृभूमि, राज्य, रानी और राजकुमार की रक्षा के लिए झलकारी बाई ने जान की परवाह तक नहीं की।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सभासद एसपी सिंह, शाक्य एस.एन. मानव एडवो केट, सूरज यादव, रामसमुझ लाल, इं. वंश बहादुर यादव, अमर सिंह, देशराज पासी, विमल किशोर सबरा, सरोज अनिल कुमार, राजेन्द्र कुमार, मनीष कुमार, राजाराम विद्यार्थी, विद्यासागर, बुद्धि लाल, श्यामलाल, मोहनलाल, डा. रामनाथ, परीदीन, रामकुमार, रामलखन, भगवानदास, सतीश कुमार, शिव प्रसाद, शिवनारायण सोनकर, छोटेलाल आदि लाोग उपस्थित रहे।
नारी सशक्तिकरण की मिसाल के रूप में सदैव याद की जायेंगी झलकारी बाई -तान्या भारती
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