Mar 10, 2023
दिल्ली में भाजपा-आप और कांग्रेस के बीच सियासत काफी तेज हैं। सियासी गर्मी की लपटे देश के कोने-कोने में दिखाई पड़ रही हैं। फिलहाल मनीष सिसोदिया जेल में ही रहेंगे। कोर्ट उनकी जमानत याचिका पर 21 मार्च को सुनवाई करेगा।
नयी दिल्ली। दिल्ली में भाजपा-आप और कांग्रेस के बीच सियासत काफी तेज हैं। सियासी गर्मी की लपटे देश के कोने-कोने में दिखाई पड़ रही हैं। फिलहाल मनीष सिसोदिया जेल में ही रहेंगे। कोर्ट उनकी जमानत याचिका पर 21 मार्च को सुनवाई करेगा। इसी बीच इस पूरे मामले पर कांग्रेस भी हमलावर हैं। कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी पर दिल्ली और पंजाब में भ्रष्टाचार को प्रश्रय देने का आरोप लगाया तथा यह दावा भी किया कि राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी सरकार की आबकारी नीति से जुड़े फैसले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जानकारी में हुए थे।
पार्टी नेता अलका लांबा ने यह भी कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ज्यादा समय तक चुप्प नहीं रह पाएंगे और जिस दिन उन्होंने चुप्पी तोड़ दी उस दिन केजरीवाल भी इस मामले के जद में आ जाएंगे और बात उनकी कुर्सी तक पहुंच जाएगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में भ्रष्टाचार है। पंजाब में उसकी सरकार में भ्रष्टाचार होने के साथ ही कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है। यह बहुत चिंताजनक बात है।’’
सिसोदिया की गिरफ्तारी का उल्लेख करते हुए अलका ने दावा किया, ‘‘मनीष सिसोदिया, अरविंद केजरीवाल के राजदार हैं जो ज्यादा वक्त तक चुप नहीं रह पाएंगे। जिस दिन उनकी चुप्पी टूटेगी,बात अरविंद केजरीवाल की कुर्सी तक पहुंचेगी क्योंकि शराबनीति से जुड़े फैसले मुख्यमंत्री की जानकारी में हो रहे थे।’’
उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा समय में सिर्फ एक विपक्षी दल और सिर्फ एक नेता, ‘तानाशाह’ मोदी सरकार के खिलाफ बिना झुके खड़ा है और वह कांग्रेस एवं राहुल गांधी हैं। सिसोदिया को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली की आबकारी नीति (जिसे अब वापस ले लिया गया है) में कथित अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी ने इसी से जुड़े धन शोधन के एक मामले में तिहाड़ जेल में सिसोदिया से पूछताछ की और बृहस्पतिवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।