(संदीप सक्सेना) बलराम पुर। गर्भवती की सुरक्षित प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) और बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के उद्देश्य से प्रत्येक माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस मनाया जाता है। इसी क्रम में गुरुवार नौ फरवरी को जिला महिला चिकि- त्सालय, संयुक्त जिला चिकित्सालय, समस्त नगरीय /ग्रामीण प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 20 केन्द्रों पर उत्सव के माहौल में यह दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर एमबीबीएस चिकित्सक की देखरेख में दूसरे व तीसरे तिमाही वाली गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें चिकि- त्सकीय जाँच एवं परामर्श की सेवा दी जाएगी।
इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुशील कुमार की ओर से जनपद के समस्त अधीक्षक/ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को पत्र जारी कर दिशा- निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ ने निर्देशित किया है कि पीएम एसएमए दिवस आयोजन में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि स्वास्थ्य इकाई तक आने वाली कुछ गर्भवती महिलाएं संसाधन विहीन दूर -दराज के गावों से आती हैं। अतः प्रयास करना है कि अभियान दिवस पर आने वाली समस्त गर्भवती की समस्त आवश्यक प्रसव पूर्व जांचें जैसे- ब्लड प्रेशर, वजन, रक्त व पेशाब की जांच, मधुमेह, एचआइवी, सिफलिस व अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा उसी दिन प्रदान की जाए ताकि उन्हें बार-बार स्वास्थ्य इकाइयों पर न आना पड़े। अभियान के दौरान आवश्यक समस्त दवा व जांच की सुविधा शत-प्रतिशत उपलब्ध कराई जाए। सीएमओ ने जिले के सात अपर व एक उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों एवं सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों समेत कुल 19 अधिकारियों को दिवस के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए नामित किया है।
वहीं एसीएमओ आरसीएच डा0 बीपी सिंह ने बताया कि इस दिवस पर गर्भवती को चिन्हित स्वास्थ्य इकाइयों तक लाने व वापस ले जाने के लिए 102 एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा। चिन्हित उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआर पी) वाली महिलाओं का उपचार उसी स्वास्थ्य इकाई में किया जाएगा अथवा उच्च स्तरीय इकाई पर रेफर करते हुए उनकी सूची आशा व एएनएम को उपलब्ध कराई जाएगी। गर्भवती को ग्रुप काउंसिलिंग के माध्यम से पोषण एवं परिवार नियोजन संबंधी परामर्श भी प्रदान किया जाएगा। परिवार नियोजन का एक अलग से काउंटर बनाकर उससे संबंधित साधन व सामग्री उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के दिशा-निर्देश के अनुसार सभी स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देशित किया गया है कि गर्भवती का पंजीकरण किए जाने के लिए अलग से पीएमएमवीवाई का स्टाल लगाना सुनिश्चित करें। साथ ही लाभार्थियों के लिए बैठने के लिए उचित व्यवस्था, पीने का पानी आदि व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें।
निजी सेंटरों पर भी मिलेगी निःशुल्क अल्ट्रा साउंड सुविधा। जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता विनोद त्रिपाठी ने बताया कि कई बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं होंने से समस्या होती है। ऐसे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों को संबद्ध कर गर्भवती को निःशुल्क जांच सुविधा दी जाए।
ई-रूपी बाउचर से होगी जांच दृ
गर्भवती को परामर्श देने वाले चिकित्सक ओपीडी पर्चे पर अल्ट्रासाउंड जांच की जरूरत पड़ने पर लिखेंगे। गर्भवती को एएनएम व चिकित्सक द्वारा ई-रूपी बाउचर की जानकारी दी जाएगी, वे जिस नंबर से पंजीकरण कराएंगी, उस पर यह ई-रूपी बाउचर भेजा जाएगा। इस पर महिला का नाम, मोबाइल नंबर आदि लिखा जाएगा। फिर इसके जरिए वह निजी केंद्र पर जाकर एक महीने के अन्दर कभी भी जांच करा सकेंगी।
बुधवार को यह सुविधा पीपीपी मोड पर जिले के दो एफआरयू (प्रथम संदर्भन इकाई) सीएचसी तुलसीपुर व उतरौला में प्रसूताओं को दी जाएगी। इसके बाद अगले बार से सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर लाभार्थियों को ये निःशुल्क सेवा उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी।
उत्सव के रूप में मनेगा सुरक्षित मातृत्व दिवस, प्रसूताओं को मिलेगी जाँच, परामर्श और दवा वितरण सेवा
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