(नीलेश मिश्रा)
अमृत काल में बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए डाक विभाग की विशेष पहल, मात्रा रू. 250 में खुलवाएं बेटी का सुकन्या समृद्धि खाता
डाक विभाग 9 और 10 फरवरी को पूरे देश में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की महत्वाकांक्षी योजना ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के तहत बेटियों के सुकन्या समृद्धि योजना खाते खुलवाने का अभियान चलाएगा। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत डाक विभाग द्वारा प्रगति मैदान, नई दिल्ली में राष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी ‘अमृतपेक्स’ का आयोजन 11 से 15 फरवरी तक किया जायेगा। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस अवसर को यादगार बनाने हेतु ‘अमृतपेक्स प्लस’ के तहत बालिकाओं के सशक्तिकरण के क्रम में 9 और 10 फरवरी को सुकन्या समृद्धि खाता खोलने का अभियान चलाया जायेगा और आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के मद्देनजर देश भर में 7.5 लाख बालिकाओं के खाते डाकघरों में खोले जायेंगे। पूरे उत्तर प्रदेश में लगभग 90 हजार और वाराणसी परिक्षेत्र में 9 हजार बेटियों का खाता खोलने का लक्ष्य दिया गया है। लोग नजदीकी डाकघरों में जाकर अपने बेटियों का सुकन्या खाता खुलवा सकते हैं, वहीं डाक विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर शिविरों का भी आयोजन किया जायेगा।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 10 साल तक की बालिकाओं का मात्र रू0 250 से डाकघर में खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। इसमें ब्याज दर 7.6 प्रतिशत है खाता खोलने की तिथि से 15 साल तक ही राशि जमा होती है। बालिका के 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने अथवा 10वीं कक्षा पास कर लेने के उपरांत जमा राशि का 50 प्रतिशत निकाला जा सकता है। खाते की परिपक्वता अवधि खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष है, तथापि बालिका द्वारा 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने के बाद विवाह के समय बंद किया जा सकता है। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बालिकाओं के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। बेटी के जन्म पर उसके नाम मासिक 1000 रूपये से सुकन्या समृद्धि खाता खोलने पर 15 साल तक मात्र 1 लाख 80 हजार रूपये जमा करने होंगे। 21 वर्ष की आयु में खाता परिपक्व होने पर बेटी को 5 लाख 10 हजार रूपये मिलेंगे यानी 3 लाख 30 हजार रूपये ब्याज के रूप में प्राप्त होंगे।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि खाता खुलवाने के लिए बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक के पते और पहचान का प्रमाण पत्र और अभिभावक की दो फोटो की आवश्यकता होती है। इस खाते में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम राशि 1.50 लाख तक का निवेश किया जा सकता है और जमा धनराशि व अर्जित ब्याज पर आयकर छूट भी है। ‘आजादी का अमृत काल में बालिकाओं के सशक्तिकरण हेतु 10 साल तक की प्रत्येक बालिका का सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाना इस अभियान का उद्देश्य है। मात्र रू0 250 से खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बालिकाओं के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। यह योजना बालिकाओं के सशक्तिकरण के द्वारा भविष्य में नारी सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी।’ – ‘कृष्ण कुमार यादव, पोस्टमास्टर जनरल, वाराणसी परिक्षेत्र।