हाल ही में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को लेकर सेना के एक कमांडर ने कहा कि भारतीय सेना सरकार का आदेश मिलने पर पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर को वापस लेने के लिए तैयार है। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी हाल ही में कई मौकों पर कहा कि पीओके को भारत वापस लेकर रहेगा बस थोड़ा धैर्य रखिये। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने मोदी सरकार को सुझाव दिया है कि इस समय पाकिस्तान कमजोर है इसलिए भारत को पीओके को वापस ले लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में संसद में भी प्रस्ताव पारित किया जा चुका है इसलिए पीओके को वापस लाना ही चाहिए।
उधर, भारत में जहां पीओके वापस लाने के स्वर तेज हो रहे हैं तो वहीं पाकिस्तान सेना के नये प्रमुख असीम मुनीर ने पद संभालने के बाद नियंत्रण रेखा के अपने पहले दौरे के दौरान गीदड़भभकी देते हुए कहा है कि अगर उनके देश पर हमला होता है, तो पाकिस्तानी सशस्त्र बल ‘‘न सिर्फ अपनी मातृभूमि के एक-एक इंच की रक्षा करेंगे, बल्कि दुश्मन देश को मुंहतोड़ जवाब भी देंगे।’’ मुनीर ने एलओसी के दौरे के दौरान रखचिकरी सेक्टर में तैनात पाकिस्तानी सैनिकों से मुलाकात भी की।
मुनीर ने कहा, “हमने हाल में गिलगित बाल्टिस्तान और जम्मू-कश्मीर पर भारतीय नेतृत्व के अत्यधिक गैर-जिम्मेदाराना बयान सुने हैं।” मुनीर ने कहा कि मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर हम पर हमला होता है तो पाकिस्तान के सशस्त्र बल न केवल अपनी मातृभूमि के एक-एक इंच की रक्षा करने के लिए, बल्कि दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमेशा तैयार हैं।” अब मुनीर जो बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं जरा उनको याद दिला दें कि कैसे एक पाकिस्तानी सांसद ने ही वहां की संसद में खुलासा किया था कि भारत के विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के लिए पाकिस्तान इसलिए तुरंत तैयार हो गया था क्योंकि उसे डर था कि कहीं भारत हमला नहीं कर दे। पाकिस्तानी सांसद अयाज सादिक ने यह भी खुलासा किया था कि उस समय हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में पाकिस्तान सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा के पैर काँप रहे थे, चेहरे पर पसीना आ रहा था और भारतीय सेना का खौफ सता रहा था। बहरहाल, असीम मुनीर का जोश इस समय इसलिए उफान पर है क्योंकि वह नये नये आये हैं। जरा वह अपने आफिस में बैठकर भारतीय सेना की ओर से की गयी पाकिस्तानी सेना की पिटाई संबंधी फाइलों पर नजर डालें, देखते ही देखते उनका सारा जोश उतर जायेगा।