ग्रामीणों के बीच कौतूहल का विषय बनी एलईडी स्कूटी

RAJNITIK BULLET
0 0
Read Time4 Minute, 33 Second

(बीके सिंह) सीतापुर। नीति आयोग की ओर से आकांक्षी विकास खंडों में चयनित बिसवां ब्लाक में गांव-गांव घूम रही एक एलईडी स्कूटी ग्रामीणों के बीच कौतूहल और चर्चा का विषय बनी हुई है। इस स्कूटी का संचालन राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की सहयोगी स्वयं सेवी संस्था गिज का रही है। इस पर लगी एलईडी टीवी पर एक वीडियो फिल्म के माध्यम से ग्रामीणों को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की जानकारी दी जा रही है। वीडियो फिल्म के माध्यम से ग्रामीणों को यह भी बताया जा रहा है कि आयुष्मान कहां और कैसे बनेगा और वह लोग आयुष्मान कार्ड का किस तरह से लाभ ले सकते हैं। फिल्म के जरिए यह भी बताया जा रहा है कि देश के तमाम प्रसिद्ध निजी अस्पतालों में भी इस आयुष्मान कार्ड के द्वारा किन- किन बीमारियों का उपचार कराया जा रहा है।
सीएमओ डा. मधु गैरोला ने बताया कि बिसवां तहसील क्षेत्र में बीती 16 नवंबर से विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक, एलईडी बाइक, वाल पेंटिंग, बैनर, हैंडबिल, पोस्टर आदि माध्यमों से लोगों को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की जानकारी देकर आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने अपील की है कि पात्र लोग अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें। इससे भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर इस योजना का लाभ उठाया जा सकेगा।

कहां और कैसे बनेगा आयुष्मान कार्ड-
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व डिप्टी सीएमओ डा. राज शेखर ने बताया कि आयुष्मान कार्ड धारक व उसके परिवारीजन को प्रति साल पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क उपचार किया जाता है। इस कार्ड के माध्यम से देश भर के सरकारी अस्पतालों के साथ ही सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में भी निःशुल्क उपचार कराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कोई भी लाभार्थी अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड, श्रमिक बोर्ड से पंजीकृत पहचान पत्र, प्रधानमंत्री या फिर मुख्यमंत्री की चिट्ठी इत्यादि ले जाकर किसी भी जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सीएचसी, जन सेवा केंद्र पर जाकर निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। इसके अलावा चिन्हित आशा, पंचायत सहायक (पंचायत भवन) आदि द्वारा गांवों में कैंप लगाकार आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे।

इन बीमारियों में मिलेगा लाभ-
योजना के जिला कार्यक्रम समंवयक डा. अभियान सिंह ने बताया कि योजना के अंतर्गत कुल 2,200 बीमारियों को सम्मिलित किया गया है, जिसमें मातृ स्वास्थ्य और सी-सेक्शन या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियां, डायरिया, मलेरिया आदि भर्ती की स्थिति में निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदेश के विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपलब्ध है।

Next Post

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलानुशासक को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त करने की अनशन कारियों ने उठाई मांग

(मो0 […]
👉