Jul 09, 2022
विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा था कि वह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पद छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं कि इस सप्ताह से देशव्यापी ईंधन वितरण दोबारा शुरू किया जाना है, विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक इस सप्ताह देश का दौरा करने वाले हैं और आईएमएफ के लिए ऋण निरंतरता रिपोर्ट को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाना है।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रानिल विक्रमसिंघे का इस्तीफा देश में हो रहे भारी विरोध के बीच आया है। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों की सुरक्षा सहित सरकार की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए, मैं आज पार्टी नेताओं की सर्वदलीय सरकार के लिए रास्ता बनाने की सबसे अच्छी सिफारिश को स्वीकार करता हूं। इसे सुगम बनाने के लिए मैं प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दूंगा। इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह इस्तीफा देने के इच्छुक हैं ताकि देश में सर्वदलीय सरकार गठित करने के लिये रास्ता बन सके।
विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा था कि वह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पद छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं कि इस सप्ताह से देशव्यापी ईंधन वितरण दोबारा शुरू किया जाना है, विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक इस सप्ताह देश का दौरा करने वाले हैं और आईएमएफ के लिए ऋण निरंतरता रिपोर्ट को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाना है। आपको बता दें कि श्रीलंका में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग करते हुए मध्य कोलंबो के कड़ी सुरक्षा वाले फोर्ट इलाके में अवरोधकों को हटाकर उनके (राष्ट्रपति के) आधिकारिक आवास में घुस गए थे। सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों में दो पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 30 लोग घायल हो गए।
फिलहाल श्रीलंका में सात दशकों में सबसे खराब आर्थिक संकट को लेकर लोगों का गुस्सा अब सातवें आसमान पर है। कोलंबो के राष्ट्रपति भवन के सड़कों पर लोगों का हुजुम उमड़ पड़ा। बड़ी संख्या में श्रीलंका के शहरों से प्रदर्शनकारी कोलंबो का रुख कर रहे हैं। आलम ये हो गया कि अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान ही प्रदर्शनकारी स्टेडियम में घुस जाते हैं। श्रीलंका में 15 जुलाई तक सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। श्रीलंका में आपात स्थिति की वजह से 4 स्टेट यूनिवर्सिटी भी अस्थायी रूप से बंद बंद कर दिया है।