1984 में वीणा देवी की शादी दिनेश प्रसाद सिंह से हुई। पति राजनीति में सक्रिय थे। ऐसे में वीणा देवी की भी दिलचस्पी राजनीति की ओर हुई। वे सामाजिक कार्यों में शामिल होती रहीं। भाजपा से काफी करीबी रिश्ता भी रहा।
2019 से पहले जब राम किशोर सिंह ने विरोधी स्वर आजमाना शुरू किया तभी से इस बात के कयास लगने लगे थे इस बार लोक जनशक्ति पार्टी वैशाली से किसी और को टिकट देने जा रही है। यही कारण है कि लोक जनशक्ति पार्टी ने वैशाली से वीणा देवी को टिकट दिया। वीणा देवी ने वैशाली से रघुवंश प्रसाद सिंह को बड़े अंतर से हराया। रघुवंश प्रसाद सिंह राजद के कद्दावर नेता रहे हैं और कई बार वैशाली का प्रतिनिधित्व किया है। वीणा देवी को 568215 वोट मिले जबकि रघुवंश प्रसाद सिंह को 337631 वोट मिले। जब लोजपा में टूट पड़ी तो वीणा देवी चिराग पासवान की जगह उनके चाचा पशुपति पारस के साथ खड़े रही।