(शकील अहमद) लखनऊ। अप्रैल, बाल यौन शोषण के विरुद्ध जागरूकता का माह है, जिसमे जनसमुदाय को जोड़ने के लिये अभियान के रूप में बनाया जाता है। बच्चों, अभिभावकों और शिक्षको को इस अभियान में जोड़ा जाता है, जिसमे बच्चों को यौन शोषण से बचाया जा सके और उसका बचपन बेहतर बनया जा सके। इस दौरान बच्चों व समाज के वयस्कों के लिये विभिन कार्यक्रम व कार्यशाला आदि कराये जाते है जिससे समाज में बच्चों पर हो रहे शोषण को पहचान कर, उसके विरुद्ध आवाज उठाई जा सके। इसी क्रम में आज चाइल्डलाइन लखनऊ व आलमबाग बस टर्मिनल द्वारा प्राथमिक विद्यालय हंस खेड़ा में गोष्ठी का आयोजन कर बच्चों को बाल लैंगिक शोषण के विरुद्ध जागरूक किया गया। चाइल्डलाइन टीम सदस्य नवीन कुमार ने बच्चों को चाइल्डलाइन की कोमल मूवी दिखाई गई साथ ही सुरक्षित व असुरक्षित स्पर्श के बारे में विस्तार से बताया और बच्चो से अपील की अगर कोई असुरक्षित महसूस करता है, और आपको बुरा महसूस होता है, तो तीन सुरक्षा सूत्रों को इस्तेमाल करे (पहला तेज आवाज से नहीं-नहीं बोलना या चिल्लाना है, दूसरा भागना है, तीसरा किसी भरोसेमंद को अपनी बात साझा करना। चाइल्डलाइन टीम सदस्य ललित यादव ने बच्चों को शोषण से बचाव के तरीकों के बारे में बताया कि अगर किसी भी तरह का मानसिक, शारीरिक या यौन शोषण हो तो उसके लिए तुरंत विश्वास पात्र व्यक्ति, या चाइल्डलाइन के निःशुल्क नम्बर 1098 पर सूचना दें, जिससे तत्काल मदद की जा सके। चाइल्ड लाइन टीम द्वारा प्रतिदिन बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से जागरूक किया जायेगा। उक्त गोष्ठी में स्कूल की प्रधानाचर्या बाबिता सिंह, शिक्षक मंजू सिंह, डी.एल.एड. कर रही स्वयंसेविकाये दीपशिखा गुप्ता, हरियाली, फरहीन फातिमा, हिना चाइल्डलाइन टीम से ब्रिजेन्द्र शर्मा, स्वयं सेवक लक्ष्मी ओझा ने सहयोग कर बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
अप्रैल कैम्पेन के अन्तर्गत बच्चों को बाल लैंगिक शोषण के विरुद्ध जागरूक किया गया
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