समाज सेविका के निधन पर वृक्षारोपण एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम का हुआ आयोजन

RAJNITIK BULLET
0 0
Read Time3 Minute, 27 Second

(संतोष उपाध्याय) लख नऊ। अवध वृन्दावन डेवलप मेंट एसोसिएशन (एनजीओ) के सदस्य स्व0 श्रीमती मंजू सिंह का आकस्मिक निधन पर एनजीओ के द्वारा रविवार 18 जुलाई को वृन्दावन योजना सेक्टर 5 ई के तुलसा देवी पार्क मे शोक सभा एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन और वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया।
अवध वृन्दावन डेवलपमेंट एसोसिएशन (एनजीओ) के अध्यक्ष एस के द्विवेदी ने उपस्थित सभी प्रियजनांे के साथ मिलकर सर्व प्रथम अपनी एनजीओ की सदस्य स्व0 श्रीमती मंजू सिंह की स्मृति मे तुलसा देवी पार्क मे वृक्षारोपण करने का कार्य किया गया। इसके बाद देवालय परिसर मे सभी लोगों ने चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि कर पुण्य आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
एनजीओ के अध्यक्ष एस के द्विवेदी ने पुण्य आत्मा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्व0 मंजू सिंह गृहणी होने के साथ समाज सेवा भाव का संकल्प लेकर सक्रिय थी इतने कम समय मे कई संस्थाओं में निःस्वार्थ भाव से काफी योगदान रहा। आकस्मिक हम लोग को छोड़कर चली गई जिसकी कमी हमेशा बनी रहेगी।
इस कार्यक्रम में स्थानीय पार्षद मुन्ना लाल कुरील, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष पतंजलि यादव अपनी टीम के साथ, लखनऊ कांग्रेस शहर सचिव श्याम सिंह, बी0 पी0एम0पी0 के अध्यक्ष जे0 बी0 सिंह, एनजीओ के सक्रिय सदस्य मुसीर अहमद, विजय कुमार, रमेश कुमार (दिब्यांग सचिव) अफसरी खां (कोषाध्यक्ष) मो0 सलीम, जीतू तिवारी, सचिव किरन सिंह, संजय यादव संगठन सचिव, उमाशंकर (महा सचिव) सुरेश यादव, अर्चना धीमान, शिव सिंह (पत्रकार), मो0 शकील (शहर उपाध्यक्ष) समेत समस्त कालोनी वासियों ने भावभीनी पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
‘‘निश्चितः श्रद्धांजलि कहकर चित्र पर लग जाते फूलो के ढेर। कर जोड़ नमन मौन शब्द विहीन दो पल होकर। जीवन श्वासों ने दिखाया काया छोड़कर। समाज सेविका की माया ने याद दिलाया रहकर। जीवन शाश्वत प्रेम अमर है मृत्यु केवल एक सीमा है। ये सीमा कुछ भी नहीं है। बस हमारी दृष्टि की सीमा है। माया काया के जंजाल मे हम सब साथ-साथ है। मेरे विचार प्रार्थनाएं हमेशा सत्कर्मों के साथ हैं।’’
वहां साहित्य कार डी0 एस0 शास्त्री ने स्व0 समाज सेविका को कविता स्वरूप श्रद्धांजलि अर्पित की।

Next Post

फाइलेरिया की पहचान आसान नहीं, मच्छर के काटने के कई वर्षो बाद दिखते है लक्षण

(संदीप […]
👉