(प्रेम वर्मा) उन्नाव। विद्यालय तो शिक्षा का मंदिर कहे जाते हैं। विद्यालय में जो शिक्षक होते हैं उनकी तुलना भगवान से की जाती है। किंतु भगवान ही भेदभाव करने लगे तो फिर अच्छे समाज की कल्पना और उम्मीद किस से की जा सकती है। कहते हैं शिक्षक बच्चों में संस्कार भरते हैं जिससे कि समाज में अच्छे लोग पनपते हैं। किंतु एक शिक्षक ही दूसरे शिक्षक के साथ भेदभाव और दुर्व्यवहार जैसा कृत्य करने लगे तो छात्रों और समाज पर इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। दरअसल पूरा मामला उच्च प्राथमिक विद्यालय कुंजपुर विकासखंड नवाबगंज का है। विद्यालय की सहायक शिक्षिका सोना चैधरी ने जिलाधिकारी उन्नाव को शिकायती पत्र दिया है। सिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा कि विद्यालय की प्रधान शिक्षिका विमला देवी विद्यालय के छात्रों के साथ-साथ मेरे साथ भी दुर्व्यवहार और भेदभाव करती हैं। दलित समाज से होने के कारण मेरे साथ दुर्व्यवहार और भेदभाव किया जाता है। जिसके कारण मैं मानसिक रूप से प्रताड़ित रहती हूं। इसके पूर्व प्रधान शिक्षिका द्वारा मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जा चुका है। जिसकी शिकायत मैंने अपने विभाग में की। किंतु वहां से कोई कार्यवाही ना होने के कारण प्रधान शिक्षिका का मनोबल बढ़ा हुआ है। जिसके कारण वह आए दिन मानसिक रूप से प्रताड़ित और दुर्व्यवहार करती रहती हैं। जिसके कारण मैं मानसिक रूप से परेशान हूं। अतः निष्पक्ष जांच करा कर उचित कार्रवाई की जाए।
शिक्षिका ने प्रधान शिक्षिका पर भेदभाव तथा मानसिक प्रताड़ना का लगाया आरोप
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