भाजपा प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने ‘चुनाव आते ही राजनीतिक दलों को अल्पसंख्यकों के हितों की चिंता क्यों सताने लगती है’ मुद्दे पर कहा कि मुझे इक्वल टू यानी की बराबरी वाला साइन पसंद है या फिर उससे ज्यादा का। मेरे देश का संविधान मुझे बराबरी का वासिंदा कहती है।
नयी दिल्ली। भारत के प्रमुख हिंदी समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी.कॉम की 20वीं वर्षगाँठ पर आयोजित विचार संगम कार्यक्रम में भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने प्रभासाक्षी परिवार को बधाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक कोई नहीं है क्योंकि संविधान ने सभी को बराबर का दर्जा दिया है।
भाजपा प्रवक्ता ने ‘चुनाव आते ही राजनीतिक दलों को अल्पसंख्यकों के हितों की चिंता क्यों सताने लगती है’ मुद्दे पर कहा कि मुझे इक्वल टू यानी की बराबरी वाला साइन पसंद है या फिर उससे ज्यादा का। मेरे देश का संविधान मुझे बराबरी का वासिंदा कहती है।
उन्होंने कहा कि हम लोग जिल्लत बर्दास्त करते हैं कि हम गद्दार हैं। आम आदमी पार्टी से आने के बाद बहुत मुश्किल था। हम लोग कैसे जुड़ गए। आप सोचते हैं कि भाजपा को ज्वाइन करना आसान है।
मोदी राज में महिलाओं का हुआ विकास
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मोदी जी के शासन में, 40 फीसदी मुस्लिम बच्चियां ज्यादा स्कूल जा रही हैं… क्या यह जरूरी है या फिर मेरा या गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा जाना। उन्होंने कहा कि अभी भी हमें बांटा जा रहा है… जो जिन्ना करते थे वो काम अभी कम्युनिस्ट कर रहे हैं।
शाजिया इल्मी ने कहा कि महिलाओं के लिए जो उज्ज्वला योजना है, उसने धुंए की आंच से राहत दी है… बीमारियों का कोई मजहब नहीं होता है। इस योजना से करीब 68 मुसलिम महिलाओं को इस बीमारी से राहत मिली है। उन्होंने आगे कहा कि मुद्रा योजना से 36 फीसदी मुसलमान भाई, मांओं और युवाओं को लाभ मिला। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इज्जत घर मेरे लिए है जिसे लोग शौचालय कहते हैं… 22 फीसदी मुसलिम घर उसके लाभार्थी हैं।