संदीप सक्सेना। बलरामपुर, 06 अगस्त। प्रदेश में महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के लिए अगस्त से दिसंबर तक मिशन शक्ति का तीसरा चरण उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।
प्रदेश का महिला एवं बाल विकास विभाग तथा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग पुनः संयुक्त कार्ययोजना के माध्यम से मिशन में प्रतिभाग करेगें।
जिलाधिकारी श्रुति ने शुक्रवार को बताया कि मिशन शक्ति के विशेष आर्कषण होंगें ‘‘स्वावलंबन कैम्प” जो हर 15 दिन पर आयोजित होंगे। इसके जरिये लाभार्थी को किसी योजना का लाभ लेने के लिए दफ्तरों या अधिकारियों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। 12 अगस्त को पहले स्वावलंबन कैम्प का आयोजन कर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, जैसे-मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित पेंशन योजना तथा उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आदि में लाभान्वित किये जाने वाले परिवारों, महिलाओं व बच्चों के आवेदनों की समस्त कार्यवाही इन वन विंडो कैम्पस के माध्यम से वहीं पूरी की जायेगी। उन्होने बताया कि कैम्पों की निगरानी वें स्वयं करेंगी।
शिविर में सभी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहेंगे ताकि योजनाओं के आवेदन, सत्यापन तथा स्वीकृतियां एक दिवस में ही पूरी कर आवेदन की प्रक्रिया तत्काल पूर्ण कर ली जाये।
आज होगी ‘हक की बात – जिलाधिकारी के साथ
जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश चंद्र ने बताया कि कार्य योजना के मुताबिक 07 अगस्त को ‘हक की बात -जिलाधिकारी के साथ’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, कार्यस्थल पर लैंगिक हिंसा व दहेज हिंसा जैसे मुद्दों पर संरक्षण, सुरक्षा तंत्र, सुझाव व सहायता के लिए दो घंटे के पारस्परिक संवाद का आयोजन किया जायेगा। जनपद स्तर पर यह कार्यक्रम गूगल मीट पर ऑनलाइन माध्यम से जिलाधिकारी के नेतृत्व एवं ब्लाक व ग्रामसभा स्तर पर अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में इसका आयोजन किया जाएगा।
11 अगस्त को ‘कन्या जन्मोत्सव’ का आयोजन होगा जिसके तहत किसी भी सरकारी अस्पताल में जन्म लेने वाली बालिकाओं के जन्मोत्सव का आयोजन, तीसरे सप्ताह में ‘मेगा इवेंट -‘रक्षा उत्सव’ का आयोजन किया जाएगा ।