पावन अयोध्या धाम मार्ग, रामायण/ राम चरित मानस चैपाइयों, दोहों से सराबोर हुआ

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एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी – गोंदिया। वैश्विक स्तरपर आज ऐसी स्थिति बन गई है कि भारत जब बोलता है या यहां कुछ यादगार पल होते हैं तो दुनियां बहुत गंभीरता से देखती सुनती है। इसी कड़ी में 22 जनवरी 2024 को एक ऐतिहासिक यादगार पल होगा जब 500 वर्षों से अधिक समय की तूफानी सामाजिक न्यायिक धार्मिक सहित अनेको लड़ाइयां लड़कर वह पल आया है जो प्रभु श्री राम को स्थाई घर में विराजमान करने की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस पल को एक भारत श्रेष्ठ भारत एक ऐसा यादगार पल बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत की जा रहा है कि, भारत साहित पूरी दुनियां की पीढ़ियां तक याद रखेगी। वैसे तो वर्षों से अयोध्या धाम में तैयारीयां चल रही है, परंतु अभी जो तात्कालिक अध्याय जुड़ते जा रहे हैं,जैसे यूपी एमपी साहित कुछ राज्यों ने ड्राय डे घोषित किया गया है तो, यूपी में 22 जनवरी 2024 को सार्वजनिक छुट्टी घोषित कर दी गई है। मेरा मानना है कि यह अध्याय सभी राज्यों ने प्रभु श्री राम की आराधना में जोड़ने की जरूरत है जिससे पूरा देश एकजुट होकर यह प्राणप्रतिष्ठा वर्चुअल लाइव देख सके।
मेरा व्यापार व्यवसाय जगत से भी विशेष अनुरोध है के संभव हो तो सभी संगठन उस दिन छुट्टी का अनुरोध अपने सदस्यों से करें। यानी शासकीय अशासकीय सामा जिक रूप से एक भारत श्रेष्ठ भारत के सम्मान में व्यापार व्यवसाय सेवा बंद कर इस प्राण प्रतिष्ठा रूपी हवन में आहूति रूपी योगदान दें।
आज 10 जनवरी 2024 को देश की बड़ी विपक्षी पार्टी सहित अनेक पार्टियों के मुख्य नेताओं और पार्टियों ने प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण को सम्मान जनक रूप से अस्वीकार कर दिया है, उनका कहना है कि यह एक पार्टी और उनके मातृहित का निजी कार्यक्रम है। तैयारी की कड़ी में 2100 किलो का घंटा आज जलसर आगरा से अयोध्या पहुंच गया है। देश-विदेश से 108 संत महंत प्राण प्रतिष्ठा के पहले अलग अलग धार्मिक अनुष्ठान करेंगे। कुल मिलाकर कल और आज के अयोध्या में बहुत बड़ा कायाकल्प हो चुका है। चूंकि पूरा देश राम सियाराम सिया राम जय जय राम के सराबोर चुका है।
इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे दुनियां देखेगी 22 जनवरी 2024 का दिन व्यापार व्यवसाय रेहड़ी पटरी, शासकीय शासकीय हर क्षेत्र को स्वतंत्र संज्ञान लेकर लाइव शामिल होने का संकल्प लेना होगा।
साथियों बात अगर अयोध्या से अयोध्या धाम तक के कायाकल्प की करें तो, अयोध्या वैसे तो एक छोटा जिला है, लेकिन इसका इतिहास वृहद है। हिन्दू धार्मिक स्थलों में रामनगरी अयोध्या हमेशा से अहम रही है, लेकिन अब इसका भव्य और दिव्य रूप दुनिया के सामने आने वाला है। अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होना है. रामलला टेंट से गर्भगृह में विराजेंगे।
पिछले कुछ महीनों में अयोध्या और उसके आसपास के इलाकों का तेजी से काया कल्प हुआ है। शहर की सभी गलियां भगवान राम के स्वा गत में सजकर तैयार हैं।
आर्थिक तौर पर भी अब अयोध्या देश के पटल पर तेजी से उभरा है। अयोध्या में राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के इर्द-गिर्द ही 50, हजार करोड़ रुपये का कारो बार होने की उम्मीद है। दर असल, हिन्दू धार्मिक स्थलों का विकसित होना, उसके आसपास कारोबार होना, स्थानीय अर्थव्यवस्था का आगे बढ़ना.. ये सभी सरकार के सहयोग से अयोध्या में संभव हो रहा है अयोध्या में अब चैमुखी विकास ये दर्शाता है कि भारत में आध्यात्मिक पर्य टन का अर्थव्यवस्था में अहम स्थान रहने वाला है।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने 11 करोड़ लोगों से नव सव करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन लगभग चार गुना रकम दान में मिल गई। करीब 3200 करोड़ रुपये समर्पण निधि के रूप में आए और उसके ब्याज से ही प्रथम तल अब बनकर तैयार है, जिसका 22 जनवरी को प्रद्दान मंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे। करीब 18 करोड़ लोगों ने पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाते में करीब 32सव करोड़ रुपये (समर्पण निधि) जमा किए हैं। ट्रस्ट ने इन बैंकों में पैसे की फिक्स्ड डिपॉजिट करा दी है, जिससे मिलने वाले ब्याज से ही मंदिर का वर्तमान स्वरूप तक का निर्माण हुआ है।
अब ट्रस्ट को उम्मीद है कि उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सम र्पण निधि में भी और उछाल देखने को मिलेगा। ट्रस्ट के मुताबिक 2026-27 तक मंदिर का निर्माण पूरा होगा। ऐसे में इसके परिसर में बनने वाले विश्राम गृह, चिकित्सा लय, भोजनशाला, गौशाला आदि के निर्माण में बमुश्किल पूरी समर्पण निधि खर्च हो सकेगी। समर्पण निधि का सालाना आडिट भी हो रहा है। बता दें, मंदिर के लिए जुटाई जा रही धनराशि को ‘समर्पण निधि’ नाम दिया गया है। रामनगरी में भव्य एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनअयोध्या में शानदार रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गए हैं। अयोध्या एयरपोर्ट पर 22 जनवरी को 100 विमान उतर ने की संभावना है। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष् ट्रीय हवाई अड्डे को 20 महीने के रिकार्ड समय में तैयार किया गया है। इस एयरपोर्ट 1450 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। राम मंदिर की कलाकृति भी एयरपोर्ट पर देखने को मिलेगी। एयरपोर्ट मंदिर के स्वरूप में बनाया गया है, जिसके अंदर भगवान श्रीराम के जीवन के दृश्य अलग-अलग कलाकृ तियों और पेंटिंग्स के जरिए दर्शाए गए हैं। अयोध्या में भव्य रेलवे स्टेशन भी बनकर तैयार हो गया है। ये स्टेशन रोजाना 60 हजार यात्रियों को हैंडल कर सकता है। करीब 241 करोड़ रुपये की लागत से अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन बनाया गया है।
अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन तमाम आधुनिकसुविधाओं से युक्त है। इसी कड़ी में अयोध्या धाम जंक्शन से 6 वंदे भारत और 2 अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी भी दिखाई गई।
हाईटेक ट्रेनें की सुविद्दाएं अयो ध्या पहुंचने वाले यात्रियों को मिलेंगी। रोड के जरिये भी अयोध्या पहुंचना आसान अगर रोड कनेक्टिविटी की बात करें तो आने वाले समय में अयोध्या सिर्फ धार्मिक स्थल बनकर नहीं रहेगा। अयोध्या के विकास में पीएम गति शक्ति विभाग अहम भूमिका निभा रहा है. अयोध्या में 67 केएम बायपास रोड बनेगा।
अयोध्या में टूरिज्म तेजी से बढ़ेगा। अयोध्या की प्रयाग राज, लखनऊ, वाराणसी से कनेक्टविटी बढ़ाई जाएगी। गति शक्ति से भारत सरकार की 43 मंत्रालय जुड़ा है। इससे 36 स्टेट और यूनियन टेरिटरी भी जुड़ी हुई हैं। व्या पार का हब बनेगा अयोध्या। इस बीच देश दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां अयोध्या का रुख कर रही हैं, जिससे यह छोटा शहर अब बिजनेस हब बनता जा रहा है।
साथियों बातअगर हम 22 जनवरी 2024 को प्राणप्रतिष्ठा के संबंध में तैयारी, बैठकों, अवलोकन व सत्ताधारी पार्टी के तीन पर्यवेक्षकों व सीएम के अवलोकन की करें तो। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या में एक लाख से अधिक भक्तों के आने की उम्मीद है। कार्यक्रम में पीएम शामिल होंगे। इस इवेंट में रजनीति बिजनेस से लेकर फिल्मी दुनिया से भी बड़े-बड़े स्टार्स आने वाले हैं।
सत्ता धारी पार्टी ने अयो ध्या में श्री राम मंदिर के भव्य प्रतिष्ठा समारोह का देश भर में बूथ स्तर पर सीधा प्रसारण करने की तैयारी में है। यह समारोह 22 जनवरी, 2024 को होने वाला है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर श्रीराम अभिषेक के लाइव प्रसारण के लिए बड़ी स्क्रीन लगाने का निर्देश दिया गया है। इस पहल का उद्देश्य आम लोगों को श्री राम लला के अभिषेक को देखने का एक साधन प्रदान करना है। इस तरह, आम जनता श्री राम लला के दर्शन कर सकती है और अभिषेक समारोह देख सकती है।
सीएम ने आम जनमानस के भावनात्मक जुड़ाव को देखते हुए 22 जनवरी को प्रदेश में शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए हैं। इस विशिष्ट अवसर को राष्ट्रीय उत्सव की संज्ञा देते हुए सीएम ने कहा है कि 22 जनवरी को प्रदेश में मदिरा आदि की दुकानें बंद रखी जायेगी।
सीएम ने कहा कि प्राण- प्रतिष्ठा समारोह में आ रहे गणमान्य जनों को अयोध्या में बेहतर आतिथ्य प्राप्त होना चाहिए। हर एक वीवीआईपी के विश्राम स्थल का चयन पूर्व में ही कर लिया जाए।
मौसम के दृष्टिगत संभव है कि कुछ अतिथि एक-दो दिन पहले ही आ जाएं, ऐसे में उनके रुकने की बेहतर व्यवस्था हो। सीएम ने कहा कि अयोध्या में पूरी दुनिया से लोग आने वाले हैं। यहां तैनाती पाने वाले पुलिस कर्मियों का व्यवहार प्रदेश की छवि प्रभावित करने वाला होगा। ऐसे में उनकी काउंसि लिंग की जाए। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से सतत संपर्क बनाए रखें। सीएम ने कहा कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं /पर्यटकों को नव्य, दिव्य, भव्य अयोध्या की महिमा से परिचय कराने प्रशिक्षित टूरिस्ट गाइड तैनात करें। इसमें स्थानीयता को वरीयता दें। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में बड़ी संख्या में लोगों का आगमन हो रहा है। ऐसे में लखनऊ, प्रयागराज और गोरखपुर से अयोध्या मार्ग को ग्रीन कारि डोर के रूप में तैयार रखा जाए। वाहन चलते रहें, खड़े न रहें। इन मार्गों को रामायण /रामचरितमानस के श्लोकों /चैपाइयों/दोहों से आक र्षक बनाएं। विभिन्न भाषाओं में साइनेज भी लगाए जाएं। सीएम ने कहा कि रैन बसेरे को और व्यवस्थित करें। कई स्थानों पर इनकी संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है। द्दर्मनगरी में रात्रि विश्राम करने वाला एक भी व्यक्ति ठंड से ठिठुरता न मिले। राहत आयुक्त के स्तर से इसके लिए आवश् यक प्रबंध किए जाएं।
प्राण-प्रतिष्ठा का यह ऐति हासिक कार्यक्रम करोड़ों सभी सनातन आस्थावानों के लिए हर्ष-उल्लास, गौरव और आत्म संतोष का अवसर है। पूरा देश राममय है। 22 जनवरी को सायंकाल हर देव मंदिर में दीपोत्सव मनाया जाएगा। हर सनातन आस्थावान अपने घरोंध्प्रतिष्ठानों मेंरामज्योति प्रज्ज्वलित कर रामलला का स्वागत करेगा। सभी सरकारी भवनों की साज-सज्जा कराई जाए। सायंकाल आतिशबाजी के भी प्रबंध हों।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि राम सियाराम, सिया राम जय जय राम। पावन अयोध्या धाम मार्ग, रामायण/ रामचरितमानस चैपाइयों, दोहों से सराबोर हुआ। दुनियां देखेगी 22 जनवरी 2024 की भव्यता-व्यापार व्यवसाय रेहड़ी पटरी, शासकीय, शा स कीय हर क्षेत्र को स्वतः संज्ञान लेकर वर्चुअल शामिल होने का संकल्प लेना होगा।

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