जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गंगा समिति व जिला पर्यावरण समिति की बैठक संपन्न

RAJNITIK BULLET
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(बीके सिंह) सीतापुर। जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला गंगा समिति व जिला पर्यावरण समिति की बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि पौधरोपण हेतु स्थलों का चयन करते हुये गढ्डे खुदवा लिये जायें ताकि लक्ष्य के अनुरूप पौधों का रोपण ससमय हो सके तथा सभी तैयारियां समय रहते ही पूर्ण कर ली जायें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग भी प्लांटेशन करने में अपनी सहभागिता निभायें, ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करें। उन्होंने कहा कि मीयावाकी पद्धति से विभागों में अन्य जगहों पर पौधरोपण कराया जाये, इस पद्धति के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण तो होता ही है, इसमें कम जमीन में पौधरोपण ज्यादा होने के साथ ही अच्छी आक्सीजन भी मिलती है, इसके लिये सभी को प्रयास करना होगा। उन्होंने संबंधित को निर्देश दिये कि रोड के किनारे खेतों की मेड़ पर कटीले तारों के स्थान पर वह पौधे लगाये जाये, जिनसे पशु खेतों में न पहुंच सकें। जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने प्लागिंग की जानकारी करते हुये कहा कि इस बार ज्यादा से ज्यादा प्लागिंग करायी जाये, जो ज्यादा प्लागिंग करके लायेगा उसको प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरूस्कार भी दिया जायेगा। उन्होंने संबंधित को निर्देशित किया कि जिला अस्पताल के पास ध्वनि नियंत्रण हेतु बोर्ड लगवाया जाये ताकि लोग अस्पताल के पास हार्न का प्रयोग कम करें। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की जानकारी करते हुये उन्होंने सभी अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिये कि प्रत्येक वार्डों में कूड़ा कलेक्शन हेतु आवश्यक प्रबन्ध किये जायें, ज्यादा से ज्यादा कूड़ा कलेक्शन घरों से हो, यह सुनिश्चित किया जाये। जिला गंगा समिति की समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी ने संरायन नदी एवं गोमती नदी में गिरने वाले नालों एवं गोमती नदी की वाटर क्वालिटी की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित को निर्देशित किया कि राजघाट के पास गोमती नदी में जलकुंभी बहुत ज्यादा मात्रा में लगी हुयी है, इसका निस्तारण किया जाये तथा गोमती नदी में लगने वाली जलकुंभी के श्रोत का भी पता लगाया जाये। प्लास्टिक के रोकथाम के लिये विशेष उपाय किये जायें तथा प्लास्टिक न इस्तेमाल करने व इसकी रोकथाम की सभी को शपथ भी दिलायी गयी। उन्होंने अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग से जानकारी ली कि प्लास्टिक का सड़कों पर इस्तेमाल किया जाता है अथवा नही। उन्होंने कहा कि यदि प्लास्टिक का इस्तेमाल सड़क बनाने में किया जाये तो खराब प्लास्टिक का सदुपयोग हो जायेगा।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी बृज मोहन शुक्ला, उपायुक्त उद्योग आशीष गुप्ता, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सीतापुर वैभव त्रिपाठी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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