(बीके सिंह) सीतापुर। ‘‘बिना परों के उड़ सकते है हद से हद दीवारों तक ,अंबर में तो वही उड़ेंगे जिनके अपने पर होंगे’’। इस कहावत को सत्य साबित करके दिखाया है एक छोटे से गांव दुगाना की बेटी प्रतीक्षा ने। जिले के लहरपुर तहसील के सकरन कस्बे से लगभग चार किलोमीटर दूर एक छोटा सा गांव दुगाना में राम प्रसाद त्रिपाठी की सात पुत्र पुत्रियों में सबसे छोटी पुत्री प्रतीक्षा त्रिपाठी ने यूपी पीसीएस में प्रदेश भर में 20 वी रैंक लाकर एस डी एम पद पर चयनित होने का गौरव प्राप्त कर परिवार व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। प्रतीक्षा के पिता शास्त्री राम प्रसाद त्रिपाठी उच्च प्राथमिक विद्यालय से सेवानिवृत्त शिक्षक है और माता पिंकी देवी त्रिपाठी ग्रहणी है और बाल विकास में एनजीओ में भी काम करती है।
प्रतीक्षा की प्राथमिक शिक्षा गांव के ही श्री चन्द्रभाल सरस्वती बाल विद्या मंदिर से प्राथमिक शिक्षा एवं हाई स्कूल की शिक्षा सरस्वती बाल विद्या मंदिर लहरपुर से हुई। इंटर मीडिएट की परीक्षा बाल निकुंज इंटर कालेज मड़ियांव लखनऊ से पास किया। सेक्रेड हार्ट डिग्री कालेज सीतापुर से बीएससी पास करके कंपटीशन की तैयारी में लग गई । तैयारी के साथ साथ कानपुर यूनिवर्सिटी से एम एस सी किया तथा इग्नू से एम ए भी किया है।
वर्ष 2020-21 के यूपी एस सी परीक्षा मे प्रथम प्रयास में ही छठी रैंक लाकर रेंज फारेस्ट आफिसर पद् पर चयनित हुई थी जिसका प्रशिक्षण हिमाचल प्रदेश के सुंदर नगर में चल रहा है डेढ़ वर्ष का प्रशिक्षण कार्यकाल में अभी एक माह दस दिन ही बचे थे कि यूपी पीसीएस 2022 का परीक्षा परिणाम घोषित हुआ है जिसमे 20वी रैंक प्राप्त कर एस डी एम पद पर चयन हुआ है। इस संबंध में जानकारी करने पर प्रतीक्षा के पिता ने बताया कि घर में सात पुत्र पुत्रियों में सबसे छोटी बिटिया ने चयनित होकर पूरे क्षेत्र में नाम रोशन किया है। प्रतीक्षा ने ध्येय कोचिंग संस्थान प्रयागराज से पढ़ाई कर प्रथम प्रयास में ही सफलता प्राप्त की है।
प्रतीक्षा ने यूपी पीसीएस 2022 में 20वीं रैंक लाकर जनपद को किया गौरवांवित
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