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(नीरज अवस्थी) सीतापुर। यह मामला मिश्रिख तहसील क्षेत्र के अंतर्गत मछरेहटा ब्लाक के छप्पर ताली गांव का है। जहां पर प्राइवेट कंपनी के कुछ कर्मचारी गांव में किसानों को जैविक खाद को डीएपी बताकर महंगे दामों में बेचने का काला धंधा कर रहे हैं। इस बात की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पत्रकारों की टीम ने जब उनसे यह जानकारी ली कि गांव-गांव जाकर खाद बेचने का अधिकार पत्र किसने दिया है और अधिकार पत्र दिखाने की बात कही गई तो किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दे पाए। जब इस मामले को लेकर जिला कृषि अधिकारी मंजीत कुमार से फोन पर वार्ता की गई तो उन्होंने बताया की मामले की जांच कराई जाएगी। अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पर संज्ञान लेते हैं या फिर ऐसे ही किसानों का शोषण होता रहेगा।