जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला जेल कौशल समिति एवं जिला कौशल समिति की बैठक सम्पन्न

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(राममिलन शर्मा)
रायबरेली। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने कहा कि जेल में गोबर से दीया बनाने का कार्य शुरू किया जाए तथा खादी ग्रामोद्योग विभाग से माटी कला आदि विधाओं के मास्टर ट्रेनर उपलब्ध कराये जाएं। उन्होंने कहा कि कौशल विकास कार्यो में गारमेन्ट तैयार करने के व्यवसाय में निफ्ट के अप्रैल एक्सपर्ट से विशेष विशेषज्ञता प्राप्त की जाए ताकि यह उत्पाद बाजार में प्रतिस्पर्धा का मुकाबला कर सके।
जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव आज बचत भवन सभागार में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत जिला जेल कौशल समिति एवं जिला कौशल समिति के सदस्यों के साथ जनपद में आबद्ध समस्त प्रशिक्षण प्रदाताओं की एक संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कर रहीं थीं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव, जिला समन्वयक, कौशल विकास मिशन, एमआईएस प्रबंधक राजीव कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि गारमेंट्स की तैयारी में फैशन डिजाइनिंग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, रायबरेली में निफ्ट जैसी संस्था होने का लाभ लिया जाए और इसके विशेषज्ञों से गारमेंट्स व्यवसाय का स्थानीय स्तर पर विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि जनपद में समूहों द्वारा उत्पादित खाद्य पदार्थों में खाद्य सुरक्षा एवं फल संरक्षण विभाग सक्रिय सहयोग करें तथा इन उत्पादों पर एक्सपायरी डेट, प्रोडक्शन डेट, यूज बेस्ट बिफोर एवं इनग्रेडियन्टस आदि का विवरण अवश्य अंकित किया जाए ताकि बाजार अन्य उत्पादों के साथ इनकी बिक्री हो सके। उन्होंने कहा कि गोबर से दीया बनाने का कार्य विभिन्न स्तरों पर शुरू किया जा सकता है, इसका उपयोग पर्यावरण के लिए अनुकूल है। उन्होंने कहा कि गोबर से खाद बनाने एवं बेचने के कार्य में नित्य प्रति बढ़ोतरी हो रही है। इस क्षेत्र में आगे भी कार्य करने की बड़ी सम्भावना है।
उक्त बैठक में जिला कारागार में निरुद्ध बन्दियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किए जाने पर चर्चा हुई, जिसमें जिलाधिकारी द्वारा कैदियों को विभिन्न ट्रेडों में यथा सिलाई, कम्प्यूटर, ब्यूटीपार्लर, एलईडी बल्व रिपेयरिंग, माटी कला, कारपेन्टर आदि में प्रशिक्षण प्रदान करने का सुझाव दिया गया, जिससे कैदी जेल से बाहर निकलकर अपनी जीविका के निर्वहन हेतु रोजगार व स्वरोजगार से जुड़ सके। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जिला समन्वयक को निर्देशित किया गया कि कौशल विकास मिशन की अनुबन्ध की शर्तों को पूर्ण करने वाले प्रशिक्षण प्रदाता का चयन कर मिशन को प्रेषित किया जाए, इसके साथ ही जनपद में आबद्ध प्रशिक्षण प्रदाताओं को वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्राप्त लक्ष्यों को शत-प्रतिशत् पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। बैठक में जनपद में वित्तीय वर्ष 2023-24 में संचालित किए जाने वाले सेक्टरों को चयनित करने पर चर्चा की गयी। जिलाधिकारी द्वारा जनपद में आगामी वित्तीय वर्ष में रोजगार व स्वरोजगार परक सेक्टर को ही संचालित किए जाने हेतु निर्देशित किया गया, जिसमें एग्रीकल्चर, सिलाई, हेल्थकेयर, टूरिज्म एण्ड हास्पिटैलिटी, आईटी, ब्यूटी एंड वेलनेस, हाइड्रोकार्बन, कंस्ट्रक्शन फूड प्रोसेसिंग आदि सेक्टर सम्मिलित हैं। बैठक में जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला सेवायोजन अधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग, परियोजना अधिकारी डूडा, आरसेटी इण्डियन बैंक, उपायुक्त स्वतः रोजगार, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, सहायक श्रमायुक्त, तनुजा यादव द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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