Feb 02, 2023
अखिलेश को जवाब देने के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि जब उन्हें जवाब देने की जरूरत होगी, मैं उन्हें जवाब दूंगा। जवाब उन्हें देना चाहिए जो जवाब को समझ सकें।
सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोस्वामी तुलसीदास की किताब के कुछ छंदों का हवाला देते हुए कहा कि जब हम वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन (जीआईएस) आयोजित करने वाले हैं, तो विकास और निवेश से लोगों का ध्यान हटाने के लिए वे इस तरह के बेकार के मुद्दों को उठा रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि वह उन्हें इन श्लोकों का वास्तविक अर्थ क्यों नहीं समझाते हैं, तो उन्होंने कहा, “उन लोगों को समझाना जो किसी बोली और इसकी बारीकियों को नहीं समझते हैं, समय की बर्बादी होगी। “यह बुद्धि और समझ की बात है। किसी के पास यह समझने के लिए कम से कम पर्याप्त बुद्धि और तर्क होना चाहिए कि कोई शब्द किस बोली में लिखा गया है और किसी विशेष स्थान पर उस शब्द का क्या अर्थ है।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए अखिलेश को जवाब देने के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि जब उन्हें जवाब देने की जरूरत होगी, मैं उन्हें जवाब दूंगा। जवाब उन्हें देना चाहिए जो जवाब को समझ सकें। अराजकता पैदा करने वालों को क्या जवाब दिया जाए। बता दें कि इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बयान दिया था कि हमारे मुख्यमंत्री योगी हैं जो एक संस्था से आए हैं। उसका अपना एक इतिहास रहा है। मैं रामचरितमानस और शूद्र पर सीधा पूछूंगा कि सदन में बताइए, शूद्र कौन-कौन हैं। ये हमारा और आपका सवाल नहीं है, ये धार्मिक लोगों का सवाल है।