दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा के क्रियान्वयन हेतु कार्यशाला सम्पन्न

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(प्रदीप यादव) बहराइच। समग्र शिक्षा में समावेशी शिक्षा के अन्तर्गत दिव्यांग बच्चों के हित धारको हेतु स्व. ठाकुर हुकुम सिंह किसान स्नात्कोत्तर महाविद्यालय में आयोजित जंनपद स्तरीय कार्यशाला एवं एंड्रायड टेबलेट वितरण समारोह का मुख्य अतिथि जिलाधिकारी डा. दिनेश चन्द्र ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया। समारोह के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा 24 पूर्ण दृष्टिबाधित छात्रों को एंड्राइड टेबलेट का वितरण भी किया गया। एंड्राइड टेबलेट में कक्षा 1 से 8 तक के पाठ्य सामग्री डाउनलोड है। दिव्यांग छात्र टेबलेट के माध्यम से पाठ्य सामग्री सुनकर पठन-पाठन में सहायता प्राप्त कर सकेंगे। डीएम द्वारा उपस्थित दिव्यांग छात्रों को कापी व पेंसिल का वितरण भी किया गया। समारोह के दौरान विकास खंड विशेश्वरगंज के दिव्यांग छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया तथा बाबू सुंदर सिंह विद्यालय के दिव्यांग छात्रों द्वारा देशभक्ति गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि जिलाधिकारी डा. चन्द्र ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को समावेशी शिक्षा प्रदान किये जाने में किस प्रकार की बधाएं आती है और इसके क्या तरीके है जिससे दिव्यांग बच्चों को व्याकरण में अच्छी शिक्षा प्रदान करने में योगदान प्रदान कर सकते है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है जिस पर सभी नागरिकांे को ध्यान देना चहिए। डीएम डा. चन्द्र ने कहा कि कोई भी अभिभावक नहीं चाहता है कि उनका बच्चा दिव्यांग बने। ईश्वर की जैसी इच्छा होती है वही होता है। किसी बच्चे में दिव्यागंता आती है तो हम सबका व समाज का दायित्व है कि उनको दिव्यांगता से उभारने में उनकी मदद में आगे आयें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कई ऐसी शिक्षा प्रणाली लागू की गयी है जिससे दिव्यांग बच्चों को प्रारम्भिक से लेकर उच्च शिक्षा प्रदान कर उनके व्याकरण ज्ञान को बढ़ाया जा सके। डीएम डा0 चन्द्र ने कहा कि मिशन प्रेरणा के अन्तर्गत दिव्यांग बच्चों को मुख्य धारा में लाने के लिए अपने दायित्वों पर खरा उतरें। दिव्यांग बच्चों से स्नेह और आदरपूर्वक व्यवहार करते हुए उनके अन्दर की छिपी हुई प्रतिभा को उभारने और आगे बढ़ने में अपना योगदान दें। उन्होंने आहवान किया कि बेसिक शिक्षा विभाग अन्तर्गत जितने भी दिव्यांग बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आये हैं उनको गोद लेकर मुख्य धारा में लाने का प्रायस किया जाय। दिव्यांग बच्चों की जो भी छोटी-मोटी समस्याएं हंै उनका भी निराकरण किया जाय। जिलाधिकारी ने कार्यशाला में आये हुए दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों से अपील की कि उनकी जो समस्याएं है वो प्रशासन को अवगत करायें उसका निराकरण कराने का प्रयास किया जायेगा। जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिया कि विशेष शिविर आयोजित कर दिव्यांग छात्रों का दिव्यांग प्रमाण पत्र तैयार कराएं तथा दिव्यांग छात्रों के साथ-साथ उनके परिजनों का भी स्वास्थ्य परीक्षण कराए।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्तराम तिवारी ने शिक्षकों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग छात्रों पर विशेष ध्यान देते हुए उन्हें समान अवसर उपलब्ध कराएं। साथ ही दिव्यांग छात्रों की सप्ताहिक उपस्थिति समर्थ एप पर प्रत्येक सप्ताह प्रेषित करना भी सुनिश्चित करें। सभी स्पेशल एजुकेटर जिन बच्चों को एंड्राइड टेबलेट वितरण की गई है उनसे संपर्क कर टेबलेट के प्रयोग की विधि छात्रों एवं उनके अभिभावकों को अवगत कराते हुए अपने विकासखंड में अध्ययनरत सभी दिव्यांग छात्रों के पठन-पाठन में नियमानुसार सहयोग प्रदान करें। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एस.के. सिंह, प्राचार्य डायट उदयराज, पीडीडी आरडीए पी.एन. यादव, डीएसओ अनन्त प्रताप सिंह, डीपीओ राज कपूर, वित्त एवं लेखा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

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