जगतजीत इण्टर कालेज में छात्र-छात्राओं के बीच आयोजित हुई साइबर क्राइम से बचाव हेतु कार्यशाला

RAJNITIK BULLET
0 0
Read Time4 Minute, 57 Second

(गुणेेशराय)

श्रावस्ती, 06 दिसम्बर, 2022। विकास खण्ड इकौना के अन्तर्गत जगतजीत इण्टर कालेज के छात्र-छात्राओं के बीच साइबर क्राइम से बचाव हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने द्वीप प्रज्वलित कर एवं मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि साइबर क्राइम आज के समय में काफी बढ़ गया है, जो कि हमारे समाज में एक बहुत बड़े चैलेंज के रूप में आ रहा है। इसलिए हम सब को इससे सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के इस डिजिटल युग में सभी छात्र-छात्राएं सावधानी बरतकर साइबर क्राइम से स्वयं बचे और अपने परिवार को भी बचायें। उन्होने बताया कि साइबर अपराध कम्प्यूटर जनित अपराध होता है। कम्प्यूटर और इंटरनेट से जुडे़ अपराध को ही साइबर क्राइम  कहा जाता है। ऐसा कोई भी अपराध जिसमें कम्प्यूटर इंटरनेट नेटवर्क एवं हार्डवेयर तथा उससे संबंधित उपकरणों यथा स्कैनर, प्रिंटर, आदि का उपयोग किया गया हो, साइबर अपराध कहलाता हैं। इससे बचने हेतु आज संस्था के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जा रही है कि कैसे हम अपने आप को साइबर क्राइम से बचा सकते है। भारत में कुछ प्रकार के साइबर अपराध नीचे दिए गए हैं जिन्होंने इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को प्रभावित किया है और मामले बार-बार आ रहे हैं।
उन्होने यह भी बताया कि यदि कोई साइबर अपराधी आपको स्पैम ईमेल भेजा जाता है जिसमें अनधिकृत अटैचमेंट या लिंक होते हैं जो उन्हें खोलने के लिए लुभाते हैं, तो इसे फ़िशिंग कहा जाता है। लिंक पर क्लिक करते ही आपके साथ स्कैम शुरु हो जाता है। साइबर अपराधी आपके बारे में पता लगाकर आपकी पहचान पर किसी अन्य से धोखाधड़ी कर सकते है। आमतौर पर सोशल मीडिया अकाउंट को हैक कर लिया जाता है। इसके जरिए आपके बारे में पता लगाया जाता है। इन सब से बचाव हेतु सभी छात्र-छात्राओं को सतर्क रहने की जरूरत है। और वे अपने परिवार को भी साइबर अपराध से बचाव हेतु जागरूक करें।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी रोहित ने कहा कि आज के युग में बच्चे अपने अभिभावक/माता-पिता से जिद करके एन्ड्रायड मोबाइल तो ले लेते है, और विभिन्न विषयों पर गूगल से जानकारी लेने के लिए उसमें नेट पैक भी डलवा लेते है, जिसका वे कभी-कभी दुरूपयोग भी करते है। जागरूकता के अभाव में इन बच्चों पर साइबर क्राइम के बढ़ने की प्रबल संभावना रहती है। इसलिए सभी छात्र-छात्राएं मोबाइल का दुरूपयोग कदापि न करें, केवल विषयवस्तु की आधुनिक जानकारी के लिए ही इसका प्रयोग करें और अपना भविष्य उज्जवल बनायें।
इस अवसर पर प्रभारी निरीक्षक नवीन मार्डन थाना कटरा श्रावस्ती रामपाल यादव ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इंटरनेट पर अंजान व्यक्तियों या एकाउंट के माध्यम से कोई सम्पर्क न करें। और उनके द्वारा भेजी गई किसी भी प्रकार की लिंक पर क्लिक न करें। यदि किसी छात्र-छात्रा के साथ साइबर क्राइम होता है तो तत्काल साइबर क्राइम की हेल्पलाइन नम्बर-1930 पर काल करके सूचित करें। या इसके लिए अधिकारिक वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/   पर भी जानकारी दे सकते है।
इस अवसर पर प्राचार्य जगतजीत इण्टर कालेज डा0 भूदेश्वर पाण्डेय, प्रबन्धक इलाहाबाद बैंक इकौना, संस्था की ट्रेनर सैन्ड्रा ऐलिजा मनु, तान्या ठाकुर सहित छात्र-छात्राओं का जनसैलाब उपस्थित रहा।

Next Post

भारत सरकार ने ‘डाक जीवन बीमा’ के दायरे में किया विस्तार, स्नातक/डिप्लोमा धारक भी हुए इस योजना के पात्र

(नीलेश […]
👉