(सौरभ श्रीवास्तव) लखनऊ संस्कृत भारती अवध प्रान्त के द्वारा 12 दिवसीय आवासीय प्रबोधन वर्ग बासुदेव डिग्री कालेज, अमराई गांव, लखनऊ में आयोजित किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व उप मुख्यमंत्री उ.प्र. सरकार, डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि नवोदय विद्यालय में संस्कृत पढ़ाने के हेतु उनका संवाद उच्च शिक्षा मंत्री रहते केंद्रीय शिक्षा मंत्री से हुई। संस्कृत के संवर्धन हेतु हमारी सरकार कृत संकल्पित हैं। हमारे पिछली सरकार के कार्यकाल में 900 से अधिक संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की गई। संस्कृत भाषा के विकास के लिए अभिनव गुप्त संस्थान के पुनरुद्धार के लिए विशेष बजट की व्यवस्था की। संस्कृत भारती को संस्कृत विद्यालयों में नवनियुक्त शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए प्रस्ताव दिया और कहा कि संस्कृत भाषा के उन्नयन के लिए संस्कृत भारती का प्रयास सराहनीय है। मुख्य वक्ता के रूप में संस्कृत भारती के अखिल भारतीय महामंत्री श्रीश देवपुजारी ने कहा कि संस्कृत भारती भारत में ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में स्थापित करने हेतु प्रयासरत है। अवध प्रांत भी इसी का घटक है। संस्कृत भारती अवध प्रान्त 7 जिलों से आए प्रतिभागियों ने कथा, अभ्यास, गीत, लेखन, इतिहास के माध्यम से संस्कृत संभाषण का अभ्यास किया। सभी प्रशिक्षार्थी यहां से जाकर अपने-अपने जनपद में संस्कृत का प्रचार- प्रसार करेंगे। कार्यक्रम का संचालन डा. अनिल कुमार तथा धन्यवाद ज्ञापन डा. रत्नेश त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में संस्कृत भारती के पूर्वी उ.प्र. के क्षेत्र संयोजक डा. कन्हैयालाल झा, प्रान्त अध्यक्ष शोभनलाल उकिल, न्यास अध्यक्ष जे पी सिंह, डा. विनोद मिश्र, बृजेश कुमार, अर्चना, योगेश, पवन, नरेश इत्यादि उपस्थित रहे।
संस्कृत भाषा के उन्नयन के लिए संस्कृत भारती का प्रयास सराहनीय -डा. दिनेश शर्मा
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