शिक्षा वयवस्था की हालत बद से बदतर

RAJNITIK BULLET
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(राममिलन शर्मा) रायबरेली। लालगंज एक तरफ जहाँ मौजूदा सरकार व उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा एक तरफ से शिक्षा वयवस्था पर जोर दिया जा रहा है लेकिन वही उसी सरकार के अध्यापक गण बच्चों को शिक्षा देने के बजाय घर पर बैठना ही पसंद कर रहे है।
यह ताजा मामला राय बरेली जनपद लालगंज क्षेत्र के सांडी गांव से जुड़ा हुआ है जहां पर बीएसए के आदेश की अवहेलना करते हुए 8ः35 तक विद्यालय पर ताला लटक रहा था जबकि विद्यालय खुलने का समय बीएसए के द्वारा 7ः30 बजे का कर दिया गया है लेकिन इसके बावजूद भी 8ः35 तक विद्यालय पर ताला लटक रहा था विद्यालय के शिक्षक इस बात से बेखबर थे कि उनको 7ः30 बजे विद्यालय खोलना है जो कि एक मौजूदा सरकार की कार्यशैली पर एक प्रश्नवाचक चिन्ह खड़ा कर रहा है की सरकार के द्वारा तो कहा जा रहा है सर्व शिक्षा अभियान सब पढ़े सब बढ़े पर जोर भी दिया जा रहा है लेकिन मौजूदा सरकार पर प्रश्न वाचक चिन्ह खड़ा करने वाले उसी के सरकार में नियुक्त कुछ आलसी और अलाल अध्यापक हैं जोकि विद्यालय परिसर में एक बोझ बने हुए पड़े है।
बेचारे विद्यार्थी स्कूल तो टाइम से आते हैं लेकिन बगैर पढ़े ही लौट जाते हैं अगर इसी तरीके से यह सब चलता रहा तो वह समय दूर नहीं है जब हमारे समाज में अनपढ़ लोग रहेंगे अब ऐसे में देखना यह है कि या खबर चलने के बावजूद जिन अध्यापकों की कुंभकरणीय नींद टूटती है या फिर इसी इसी तरीके गहरी नींद में सो कर 8ः30 से 9ः00 बजे तक विद्यालय खोला जाएगा।

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