बच्चों को बाल शोषण के विरुद्ध जागरूक किया गया(शकील अहमद) लखनऊ। अप्रैल कैम्पेन के अंतर्गत चाइल्डलाइन लखनऊ व आलमबाग बस टर्मिनल द्वारा प्रथम संस्था के सेंटर दुबग्गा व रिक्शा कालोनी औरंगाबाद आशियाना में गोष्ठी का आयोजन कर बच्चों को बाल लैंगिक शोषण के विरुद्ध जागरूक किया गया। चाइल्डलाइन टीम सदस्य नवीन कुमार बच्चों को शोषण के बारे में बताया गया कि उनके साथ शारीरिक शोषण, यौन शोषण, उपेक्षा, भावात्मक शोषण होता है तो उससे बच्चों पर कई प्रकार से दुष्प्रभाव पड़ते हैं जैसे शारी रिक, व्यवहारिक व मानसिक स्वास्थ्य शोषण से ग्रसित होते हैं, इससे वे बहुत डरे हुये रहते हैं या बहुत ज्यादा गुस्सा करने लगते हैं और चिड़चिड़े हो जाते हैं, बहुत ही शर्मीले हो जाते हैं, किसी से बात करने में खुद को असहज महसूस करते हैं, कम बोलते हैं, घर के लोगों से भी एक अजीब सा व्यवहार करते हैं। चाइल्ड लाइन टीम सदस्य ललित यादव ने बच्चों को चाइल्ड लाइन 1098 की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से बताया और अपील की यदि कोई बच्चा शोषण का शिकार हो रहा हो तो उसकी सूचना 1098 पर दे, जिससे उस बच्चे की तत्काल मदद की जा सकें। चाइल्डलाइन टीम सदस्य पारुल ने बच्चों को ‘कोमल’ व चाइल्डलाइन लखनऊ की शाट मूवी ‘भूख’ दिखाई और सुरक्षित व असुरक्षित स्पर्श के बारे में व असुरक्षित स्पर्श से बचाव के तरीके विस्तार से बतायें। उक्त गोष्ठी में प्रथम संस्था से शालनी, निदा, रवि, कविता चाइल्डलाइन टीम से पारुल कुमार, पारुल यादव, इनटर्न वर्तिका, राइदा, निकिता ने सहयोग कर बच्चों का उत्साह वर्धन किया।

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(शकील अहमद)
लखनऊ। अप्रैल कैम्पेन के अंतर्गत चाइल्डलाइन लखनऊ व आलमबाग बस टर्मिनल द्वारा प्रथम संस्था के सेंटर दुबग्गा व रिक्शा कालोनी औरंगाबाद आशियाना में गोष्ठी का आयोजन कर बच्चों को बाल लैंगिक शोषण के विरुद्ध जागरूक किया गया। चाइल्डलाइन टीम सदस्य नवीन कुमार बच्चों को शोषण के बारे में बताया गया कि उनके साथ शारीरिक शोषण, यौन शोषण, उपेक्षा, भावात्मक शोषण होता है तो उससे बच्चों पर कई प्रकार से दुष्प्रभाव पड़ते हैं जैसे शारी रिक, व्यवहारिक व मानसिक स्वास्थ्य शोषण से ग्रसित होते हैं, इससे वे बहुत डरे हुये रहते हैं या बहुत ज्यादा गुस्सा करने लगते हैं और चिड़चिड़े हो जाते हैं, बहुत ही शर्मीले हो जाते हैं, किसी से बात करने में खुद को असहज महसूस करते हैं, कम बोलते हैं, घर के लोगों से भी एक अजीब सा व्यवहार करते हैं। चाइल्ड लाइन टीम सदस्य ललित यादव ने बच्चों को चाइल्ड लाइन 1098 की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से बताया और अपील की यदि कोई बच्चा शोषण का शिकार हो रहा हो तो उसकी सूचना 1098 पर दे, जिससे उस बच्चे की तत्काल मदद की जा सकें।
चाइल्डलाइन टीम सदस्य पारुल ने बच्चों को ‘कोमल’ व चाइल्डलाइन लखनऊ की शाट मूवी ‘भूख’ दिखाई और सुरक्षित व असुरक्षित स्पर्श के बारे में व असुरक्षित स्पर्श से बचाव के तरीके विस्तार से बतायें। उक्त गोष्ठी में प्रथम संस्था से शालनी, निदा, रवि, कविता चाइल्डलाइन टीम से पारुल कुमार, पारुल यादव, इनटर्न वर्तिका, राइदा, निकिता ने सहयोग कर बच्चों का उत्साह वर्धन किया।

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