चिंतन शिविर में शनिवार को पहला बड़ा फैसला सामने आया है। अप्रैल से एक बार फिर मुख्यमंत्री तीर्थ योजना शुरू होगी। योजना को हवाई यात्रा से जोड़ा जाएगा। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, संत रविदास, करीब दास और गंगा स्नान के स्थानों से शुरू होगी ये योजना।
वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना किसी तामझाम के, कई बार मंत्रियों की बैठक होती है तो एसी टेंट, डोम पता नहीं क्या-क्या व्यवस्था करने की कल्पना होती है। प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बैठकर इस प्राकृतिक वातावरण में बिना किसी आडंबर के हम गंभीर चिंतन करेंगे।
उन्होंने कहा कि कल शाम तक हमारा चिंतन चलेगा और लगातार हमको सोचना भी है। यहां से जो अमृत निकलेगा, उसको हम जनता के बीच बाटेंगे। जनता के कल्याण के लिए, प्रदेश के विकास के लिए इसका उपयोग करेंगे। उन्होंने कहा हम शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा यही केंद्रित करें।
आपको बता दें कि पचमढ़ी चितंन शिविर में मुख्यमंत्री की सुबह योग और समाचार पत्र पढ़ने के साथ हुई थी। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बैठक से पहले शनिदेव की पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि शनिदेव न्याय के देवता हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनता के न्याय के लिए ये पूजा की है।